
बॉलीवुड की बेबाक अदाकारा कंगना रनौत की मच अवेटेड फिल्म धाकड़ (Dhaakad) सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। कंगना की धाकड़ फिल्म की बात करें तो, ये एक एक्शन फिल्म है। इस फिल्म में कंगना लीड रोल में नजर आएंगी। एक्शन फिल्मों की भारत में एक अलग ही ऑडियंस है और ‘धाकड़’ में सबसे बड़ा किक है कि ये एक्शन आपको कंगना रनौत करते हुए नजर आ रही हैं। कंगना ने अपना वजन कम करने से लेकर जबरदस्त एक्शन करने तक, इस फिल्म के लिए काफी मेहनत की है।
कहानी
अग्नि (कंगना रनौत) एक स्पेशल एजेंट हैं जो यूरोप में वुमेन ट्रैफिकिंग का सिडिकेट तोड़ कई लड़कियों को बचा लेती हैं। इसी बीच इस सारे गलत धंधे का असली मास्टरमाइंड पकड़ने के लिए उसे इंडिया लाया जाता है। हालांकि इंडिया से उसकी कुछ ऐसी यादें जुड़ी हैं कि वो यहां आना नहीं चाहती, पर फिर वो आती है इंडिया और उसे ढूंढना है रुद्रवीर (अर्जुन रामपाल) और रोहिणी (दिव्या दत्ता) को जो कोयला चुराने और वुमेन ट्रैफिकिंग का धंधा चलाते हैं। यही है इस फिल्म की कहानी है।
अर्जुन रामपाल के कुछ सीन्स इतने खौफनाक हैं कि क्या बताएं, वहीं दिव्या दत्ता के अभिनय से आप इंप्रेस हुए बिना नहीं रह सकते। दिव्या कुछ-कुछ सीन्स में कमाल कर गई हैं। दरअसल एजेंट अग्नि बनीं कंगना रनौत खूब मारधाड़ कर रही हैं, लेकिन स्क्रीन पर एक्टिंग करने का काम दिव्या और अर्जुन ने ही किया है। अर्जुन रामपाल का एक सीन देखकर आपको ‘पद्मावत’ का वो खिलजी याद आ जाएगा, जो अपने भूखे सिपाहियों को लड़ने के लिए भाषण देता है और मातृभूमि और मुगलिया सल्तनत का वास्ता देता है। ऐसा ही एक सीन अर्जुन भी इस फिल्म में कर रहे हैं, और कोयले की चोरी के लिए जवान लड़कों को समझा रहे हैं।
फिल्म ‘धाकड़’ (Dhaakad) के ट्रेलर के बाद से इस फिल्म से दर्शकों को काफी उम्मीदें रही हैं। बिना किसी लव एंगल की 2 घंटे 10 मिनट की तक चलने वाली यह फिल्म तेज रफ्तार ऐक्शन के बावजूद लंबी लगने लगती है। ऐसे में अब धाकड़ की रेटिंग करना अपने आप में थोड़ा टेढ़ा काम है। दमदार एक्शन और एक्टिंग के लिए फुल नंबर। लेकिन नो कहानी और कमजोर डायरेक्शन से निराश।