Uttarakhand: पेपर लीक कांड की जांच पर जारी है सियासत

धामी सरकार ने पेपर लीक कांड की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में कराने का फैसला लिया है। लेकिन विपक्षी कांग्रेस ने सरकार के फैसले पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा है कि सीबीआई जांच के बिना इस मामले में शामिल सफेदपोश बेनकाब नहीं होंगे।
पेपर लीक कांड की जांच को लेकर उठते सवालों के मद्देनजर धामी सरकार ने हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में जांच कराने का फैसला लिया है। इसके लिए शासन से हाईकोर्ट को पत्र भेजकर जज की तैनाती का अनुरोध किया गया है। लेकिन विपक्षी कांग्रेस इससे संतुष्ट नहीं। कांग्रेस, पेपर लीक के मामलों की सीबीआई जांच की मांग पर अड़ी है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा है कि राज्य की जांच एजेंसियां अपना भरोसा खो चुकी हैं। ऐसे में सीबीआई जांच से ही उन सफेदपोशों का खुलासा हो सकेगा जो इस धंधे के असली खिलाड़ी हैं।पीसीसी अध्यक्ष ने कहा है कि हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में जांच का फैसला अधूरा और देरी से लिया गया फैसला है।
कांग्रेस की सीबीआई जांच की मांग को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सियासी बताया है।सीएम ने कहा है कि देश में सीबीआई का विरोध करने वाली कांग्रेस केवल युवाओं का भविष्य खराब करने के लिए पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग कर रही है।
पेपर लीक के मामलों को लेकर युवाओं में काफी आक्रोश देखने को मिला। ऐसे में विपक्षी कांग्रेस इस मुद्दे को भुनाने की लगातार कोशिश कर रही है, जिससे भविष्य में इसका सियासी फायदा मिल सके। वहीं सीएम धामी लगातार ऐसे फैसले ले रहे हैं जिससे विपक्ष के लिए ये मुद्दा ही नहीं बचे।
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