Uttarakhand: बजरंग बली के नाम पर चढ़ा सियासी पारा, देवभूमि में कांग्रेस को ‘चालीसा’ का सहारा

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कर्नाटक से बजरंग बली के नाम पर शुरू हुई सियासी आग की आंच से देवभूमि की सियासत भी सुलग रही है। बीजेपी और बजरंग दल जहां कांग्रेस पर हमलावर हैं। तो जवाब में कांग्रेस ने हनुमान चालीसा का पाठ कर पलटवार किया है।

उत्तराखंड में जगह-जगह कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ किया। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बजरंग बली का नाम जपा। संकटमोचन बजरंग बली के नाम का ये जाप, उस सियासी संकट को दूर करने के लिए किया गया, जो कर्नाटक से देवभूमि आ पहुंचा है। कर्नाटक में सत्ता में आने पर बजरंग दल पर बैन के ऐलान को लेकर बीजेपी, कांग्रेस पर हमलावर है।

बीजेपी ने इस मुद्दे को बजरंग बली से जोड़कर कांग्रेस पर हल्ला बोल रखा है। ऐसे में कांग्रेस ने हनुमान चालीसा का पाठ कर, बीजेपी को जवाब दिया है। कांग्रेस ने प्रदेश में जगह जगह हनुमान चालीसा का पाठ कर बीजेपी और उसके सहयोगी संगठनों को सदबुद्धि देने की कामना की है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा है कि बीजेपी और उसके सहयोगी ये जान लें कि सनातन धर्म किसी की बपौती नहीं है।

वहीं बीजेपी का कहना है कि चालीसा पाठ कर रहे कांग्रेसी पहले अपनी बुद्धि की शुद्धि करें तो बेहतर होगा। चालीसा पढ़कर बीजेपी पर कांग्रेस जोरदार पलटवार कर रही है जिससे कर्नाटक से बजरंग बली के नाम पर शुरू हुई सियासत का खामियाजा देवभूमि में कांग्रेस को न उठाना पड़े। और आने वाले चुनावी संग्राम में बीजेपी देवभूमि में ये संदेश न दे कि कांग्रेस हिंदू आराध्यों का अपमान करती है। इसलिए कांग्रेस ने हनुमान चालीसा का पाठ कर डैमेज कंट्रोल का प्रयास किया है।

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