Uttarakhand: ‘ग्राम चौपाल’ को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी गंभीर! मंत्री, अफसर उदासीन

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सीएम धामी लगातार गांवों में रात्रि विश्राम के दौरान चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुन रहे हैं। लेकिन ग्राम चौपाल को लेकर मंत्रियों और अधिकारियों का रुख उदासीन दिख रहा है। इस उदासीनता पर सीएम धामी ने गंभीर रुख अपनाते हुए एक बार फिर अधिकारियों और मंत्रियों को ग्राम चौपाल लगाने के निर्देश दिए हैं।

25 दिसंबर 2022 से धामी सरकार ने दूर दराज के गांवों में ग्राम चौपाल लगाने की पहल की । जिससे दूर दराज क्षेत्र के गावों में रहने वाली जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके। सीएम पुष्कर सिंह धामी लगातार गांवो में रात्रि विश्राम के दौरान चौपाल लगा भी रहे हैं।

इस दौरान मुख्यमंत्री लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं और उनके समादान के लिए अफसरों को निर्देश दे रहे हैं। लेकिन सरकार के मंत्री और शासन के वरिष्ठ अधिकारियों का रुख ग्राम चौपाल लगाने को लेकर उदासीन ही नजर आ रहा है। जिस पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने गंभीर रुख अख्तियार कर लिया है।मुख्यमंत्री ने दोबारा मंत्रियों और अधिकारियों को गांवों में जाकर ग्राम चौपाल लगाने के निर्देश दिए हैं।

जिससे ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग के अधिकारियों को ग्राम चौपाल की निश्चित रूपरेखा बनाने को कहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि उन्होंने पार्टी संगठन से भी इस मुद्दे पर पर चर्चा की है। और सांसदों से भी इस पहल में सक्रिय भागीदारी करने के लिए कहा गया है।

मुख्यमंत्री धामी की मंशा पर गांवों में ग्राम चौपाल लगाने की पहल की गई। जिससे जनता की समस्याओं का समाधान किया जा सके। वहीं मिशन 2024 की तैयारी में जुटी बीजेपी ने भी सरकार की तर्ज पर पार्टी विधायकों और सांसदों को गांव में चौपाल लगाने को कहा है।

जिससे जनता में सरकार और पार्टी को लेकर अच्छा संदेश जाए। लेकिन अभी तक ग्राम चौपाल को लेकर ना तो मंत्री और अधिकारी एक्टिव हुए हैं। ना ही बीजेपी विधायक या सांसद। ऐसे में सीएम धामी ने एक बार फिर सबको सरकार की इस पहल को गंभीरता से लेने की ताकीद की है।

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