Uttarakhand: चारधाम यात्रा में लगातार सामने आ रही चुनौतियां, मोर्चे पर उतरे मंत्री सतपाल

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चारधाम यात्रा की चुनौतियों के बीच आखिरकार पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी मोर्चे पर नजर आए हैं। विपक्ष के हमलों और सरकार के दबाव में मंत्री सतपाल महाराज ने यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया है। हालांकि महाराज का कहना है कि कुदरत की कारण परेशानी हुई तो इसमें मंत्री क्या कर सकते हैं।

22 अप्रैल को चारधाम यात्रा की शुरुआत के बाद से ही मौसम की चुनौती बनी हुई है। इसके साथ ही यात्रा मार्ग पर भूस्खलन की समस्या भी आड़े आ रही है। केदारनाथ धाम में बर्फबारी के कारण यात्रा कई बार बाधित हो चुकी है। पुलिस और एसडीआरएफ के जवान यात्रा सुचारु रखने के लिए मार्ग को साफ करने और श्रद्धालुओं को सुरक्षित यात्रा कराने में लगे हुए हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी लगातार व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हैं।

इस पूरे परिदृश्य से गायब नजर आ रहे पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज को भी आखिरकार अपनी जिम्मेदारियों की सुध आई है। और उन्होंने रुद्रप्रयाग में यात्रा की व्यवस्थाओं का जायजा लिया है। हालांकि मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि कुदरत अगर चुनौती पेश करती है तो इसमें मंत्री क्या कर सकता है।

वहीं विपक्ष लगातार सतपाल महाराज पर निशाना साध रहा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि पर्यटन मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के लिए  चारधाम यात्रा के लिए समय नहीं है तो फिर यात्रा व्यवस्थाएं कैसे दुरुस्त रहेंगी।

सीएम के दबाव और विपक्ष के हमलों के कारण सतपाल महाराज यात्रा की व्यवस्थाओं के मोर्च पर आए तो हैं। लेकिन पर्यटन मंत्री की जिम्मेदारी को लेकर पूछे गए सवाल पर महाराज के जवाब से साफ है कि यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर वो केवल औपचारिकता ही पूरी कर रहे हैं। यही वजह है कि विपक्ष महाराज पर लगातार सवाल उठा रहा है।

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