टिकैत का ऐलान, केंद्र सरकार के खिलाफ सोमवार को “विश्वासघात दिवस” मनाएंगे किसान
केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने सोमवार को “विश्वासघात दिवस” दिवस मनाने का आह्वान किया है। राकेश टिकैत का आरोप है कि केंद्र द्वारा किसान संगठनों को 9 दिसंबर को दी गई चिट्ठी में कही हुई बातों पर कोई अमल नहीं किया गया है।
टिकैत ने कहा है कि जिस चिट्ठी के आधार पर एक साल लंबा चला आंदोलन खत्म किया गया था, लेकिन कोई भी वादे पूरे नहीं किए गए हैं।
राकेश टिकैत ने ट्वीट किया, “सरकार द्वारा किसानों से वादाख़िलाफ़ी के ख़िलाफ़ कल 31 जनवरी को देशव्यापी विश्वासघात दिवस मनाया जाएगा। सरकार के 9 दिसंब के जिस पत्र के आधार पर आंदोलन स्थगित किया गया था, सरकार ने उनमें से कोई वादा पूरा नहीं किया है।!”
संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डरों पर एक साल तक तमाम किसान संगठनों ने कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन किया था।
सिंघू, टीकरी और गाज़ीपुर बॉर्डर पर एक साल से भी लंबे समय तक आंदोलन कर रहे किसानों ने तीनों कानून निरस्त करने के साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के लिए कानून लाए जाने की भी मांग की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर 2021 को तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने का एलान किया था, जिसके बाद 9 दिसंबर को किसान संगठनों और सरकार के बीच की गई बैठक के बाद 11 दिसंबर से किसान अपने-अपने घरों को वापस लौट गए थे।