इस तरह करें शनिदेव की स्तुति, जीवन के सारे कष्ट होंगे दूर

शनिदेव की स्तुति
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हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार शनिवार का दिन कर्म फल दाता भगवान शनि को समर्पित किया गया है। शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुरूप ही फल प्रदान करते हैं। अगर शनिदेव भगवान की कृपा दृष्टि पाना चाहते हैं तो हर शनिवार के दिन एक बार सुबह एवं एक बार शाम शनिदेव की इस स्तुति का पाठ जरूर करें। इस स्तुति की पाठ स्वयं भगवान राम के पिता महाराज दशरथ जी ने भी किया था, जिससे प्रसन्न होकर शनिदेव ने उन्हें मनचाहा वरदान प्रदान किया था।

हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, शनि देव व्यक्ति को उनके कर्मों के अनुसार फल देते है। जिस व्यक्ति की कुंडली में शनि देव अशुभ स्थान पर बैठे होते हैं। उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में लोग शनि देव को प्रसन्न कर उनकी कृपा पाने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करने से वे प्रसन्न होकर भक्त पर अपनी कृपा बरसते हैं। इससे उनके सारे बिगड़े काम बन जाते हैं। आइये जानें किन-किन उपायों को करने से शनिदेव को प्रसन्न किया जा सकता हैं।

शनिवार के दिन करें हनुमान जी की पूजा

हिंदू धर्म ग्रंथों का मानना है कि शनिवार के दिन शनिदेव की स्तुति के साथ सूर्यास्त के बाद हनुमान जी की पूजा करें। पूजा में सिंदूर जरूर चढ़ाएं। काले तिल के तेल से दीपक जलाकर हनुमान जी की आरती करें। पूजा में नीले रंग के पुष्प का उपयोग शुभ होता है।

शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय

  • शनिवार के दिन शनि यंत्र की स्थापना करके प्रतिदिन इसकी विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। इस यंत्र के सामने हर दिन सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।
  • प्रत्येक शनिवार को शाम के समय पीपल या बरगद के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इससे भगवान शनिदेव भक्तों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं।
  • शनि महाराज को खुश करने के लिए शमी वृक्ष को घर में लगाएं इससे शनिदेव का कृपा होगी। मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएंगी।

शनिदेव की स्तुति

नम: कृष्णाय नीलाय शितिकंठनिभाय च।

नम: कालाग्रिरूपाय कृतान्ताय च वै नम:॥

नमो निर्मासदेहाय दीर्घश्मश्रुजटाय च।