पंजाब: सीएम भगवंत मान ने राज्य के सरकारी सर्किट हाउस को सही करने के दिए निर्देश, आम लोगों को मिल सकेगा लाभ

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान राज्य को बेहतर बनाने के लिए और आम लोगों को हर सुविधा देने के लिए लगातार कई प्रयास कर रहें हैं। अब सीएम मान पंजाब के सरकारी सर्किट हाउस या विश्राम गृहों को फिर से लोगों के रहने के लायक बनाने के निर्देशों के बाद राज्य में 7 प्रमुख विश्राम गृहों को चिह्नित किया गया है। खास बात है कि ये विश्राम गृह नहरों के किनारे बने हुए हैं और पर्यटन के लिए जाने जाते हैं। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद इन विश्राम गृहों को पारंपरिक विरासत में सहेजा जाएगा। जिससे ये पंजाब की शान बन जाएंगे।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य में सरकारी सर्किट हाऊस/विश्राम गृहों में ही ठहरने को प्राथमिकता देने और इनको पूरी तरह से प्रयोग में लाने के निर्देश दिए थे। वहीं सीएम के आदेश के बाद पंजाब के मुख्य सचिव विजय कुमार जंजुआ ने नहरी विश्राम गृहों को फिर से क्रियाशील करने के लिए जल संसाधन विभाग और पंजाब बुनियादी ढांचा विकास बोर्ड (पीआईडीबी) के अधिकारियों के साथ बैठक कर इन विश्राम गृहों को फिर से सही रूप में बनाने और आम लोगों को अच्छी सुविधा मिल सके इसलिए इस फैसले पर अमल करते हुए इस पर जोर देना शुरू कर दिया है।

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है इनके जीर्णोद्धार के दौरान इस बात का खास ध्यान रखा जाए कि इन विश्राम गृहों में जो भी विरासती रूप से चीजें पहले से मौजूद हैं उनका किसी भी तरह सो कोई खिलवाड़ ना किया जाए। पुरातन पारम्परिक रूप से जो चीजें अंदर मौजूद हैं उनका ख्याल रखते हुए ही जिन चीजों की अब आवश्यकता है उनको तैयार किया जाए। उन्होंने जल संसाधन विभाग को और ऐसे विश्राम गृहों को चिन्हित करने संबंधी कहा, जो इस समय पर खस्ता हाल के कारण बंद पड़े हैं और इनको दूसरे चरण में तैयार किया जाए।
जंजुआ ने बताया कि राज्य में नहरों के किनारे बने कई नहरी विश्राम गृह लम्बे अरसे से बंद पड़े हैं और उनकी हालत भी काफी खस्ता हो गई है। राज्य सरकार द्वारा पहले चरण में सात विश्राम गृहों को चिन्हित किया गया है, जिनका पीपीपी मोड पर जीर्णोद्धार कर चलाया जा सकता है। यह विश्राम गृह ढोलबाहा (होशियारपुर), खन्ना, बनूड़, कत्थू नंगर (अमृतसर), सिद्धवां बेट (लुधियाना) और चमकौर साहिब में स्थित हैं।