
Russia-America Tension : रूस और अमेरिका में आपसी मतभेद कोई नई बात नहीं है, दोनों देश आए दिन किसी न किसी बात को लेकर आमने-सामने नज़र आते हैं. 2022 में रूस का यूक्रेन पर हमले करने के बाद से दोनों के रिश्तों में दरार और बढ़ गई है. दोनों देशों के बीच की ये लड़ाई अब खतरनाक रूप लेती दिखाई दे रही है. रूस और अमेरिका दोनों ही परमाणु संपन्न देश हैं और इनके बीच किसी भी प्रकार का संघर्ष पूरी दुनिया पर असर डाल सकता है.
ट्रंप की रूस को चेतावनी
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने रूस को यूक्रेन में जंग जारी रखने पर चेतावनी देते हुए अपनी परमाणु पनडुब्बियों को तैनात करने का आदेश दिया था. अब इसके जवाब में रूस के एक सांसद ने पलटवार करते हुए कहा कि अमिरिकी पनडुब्बियों से निपटने के लिए उनके पास पर्याप्त पनडुब्बियां मौजूद हैं. इन बयानों से दोनों देशों के बीच खराब होते संबंधों से विश्व युद्ध तीन का खतरा बन गया है.
दोनों देशों के पास परमाणु पनडुब्बियां
गौरतलब है कि दोनों देशों के पास परमाणु क्षमता से लैस पनडुब्बियां मौजूद हैं जो विरोधी के लिए काल साबित हो सकती हैं. अमेरिका के पाल कुल 14 परमाणु संचालित पनडुब्बियां है जो बैलिस्टिक मिसाइलों को ले जाने में सक्षम हैं. वहीं रूस के पास भी 54 परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियां मौजूद हैं, इनमें से 16 हमलावर पनडुब्बियां हैं.
तीसरे विश्व युद्ध की संभावना
अमेरिका यूक्रेन को नाटो में शामिल करना चाहता है, जिसका रूस शुरूआत से ही विरोध करता आया है. रूस का यूक्रेन पर आक्रमण करने से अमेरिका आहत है और वह दोनों देशों के बीच युद्धविराम चाहता है, जंग के तीन साल से ज्यादा समय बीत जानें के बाद भी यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष जारी है जिससे पहले से तनावपूर्ण अमेरिका-रूस संबंध और ज्यादा खराब होते जा रहे हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर स्थिती ऐसी ही बनी रही तो दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की तरफ बढ़ सकती है.
यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में ‘राधे-राधे’ बोलने पर प्रिंसिपल ने नर्सरी की छात्रा को पीटा, आरोपी गिरफ्तार
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप