सावधान: लखनऊ में सख्त हुए ट्रैफिक नियम, अब बिना हेलमेट, तेज रफ्तार और रेड लाइट का उल्लंघन करने वालों का होगा चालान

लखनऊ: लखनऊ की यातायात व्यवस्था के लिए बनाए गए नियमों को तोड़कर वाहन चलाने वालों की अब खैर नहीं होगी। 1 जुलाई यानी कि आज से लखनऊ के चौराहों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी नहीं, बल्कि चौराहों पर लगे आईटीएमएस सिस्टम (ITMS System) से लैस आधुनिक कैमरे नियम तोड़ने पर वाहनों का चालान करेंगे।
आज से ट्रैफिक नियम तोड़ने पर अब कैमरे से होगा चालान
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लखनऊ में आज से प्रभावी ढंग से लागू होने वाले आईटीएमएस यानि इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के चलते अब कोई भी वाहन चालक यातायात के नियमों को तोड़ नहीं पाएगा। इस सिस्टम के तहत 300 मीटर तक की क्षमता रखने वाले हाईटेक कैमरों में निर्धारित गति से तेज वाहन चलाने पर या बिना हेलमेट/सीट बेल्ट समेत यातायात के अलग-अलग नियमों का उल्लंघन करने पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर के जरिए सीसीटीवी कैमरे से ही चालान हो जाएगा। इतना ही नहीं, चालान होने के तुरंत बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर इसका मैसेज भी पहुंच जाएगा।
Itms तकनीक के जरिए कैमरे से होगा चालान
इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के जरिए लखनऊ के 132 प्रमुख चौराहों पर कंट्रोल रूम से नजर रखी जाएगी। शहर के इन सभी चौराहों पर लगे हाईटेक सीसीटीवी कैमरों में चौराहे से गुजरने वाले सभी वाहनों पर नजर रखी जाएगी।
शहर के मुख्य 132 चौराहों पर ऑटोमैटिक होगा चालान
लखनऊ के नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया कि अब राजधानी का ट्रैफिक इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट (ITMS) से संचालित होगा। शहर के हर चौराहों पर हाईटेक कैमरे और सर्विलांस सिस्टम से निगरानी की जाएगी। अगर अब आपने गलती से इन चौराहों पर ट्रैफिक रूल्स तोड़ा तो ऑनलाइन चालान आपके घर पर पहुंच जाएगा…फिलहाल आज से ऑनलाइन चालान की प्रक्रिया शुरु की जाएगी। दरअसल इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम पुलिस के लिए भी मददगार साबित होगा।
इस सिस्टम के जरिए पुलिस अपराधियों को आसानी से ट्रेस कर सकती है। इसके अलावा चोरी की गाड़ियों के नंबर को ट्रेस कर पुलिस अपराधियों को फौरन गिरफ्तार कर सकती है। वहीं प्रमुख चौराहे यानी हजरतगंज, बंदरियाबाग, लालबत्ती, इंदिरागांधी प्रतिष्ठान, कपूरथला और पॉलीटेक्निक चौराहे पर आईटीएमएस सिस्टम लगाया गया है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत यह प्लान तैयार किया गया था। और एक प्राइवेट संस्था के साथ मिलकर लाल बाग में मौजूद स्मार्ट सिटी के दफ्तर में ही इसका सर्विलांस सिस्टम लगाया गया जहां पूरे शहर पर निगरानी की जाएगी
वहीं आपको बताते चलें कि जून की शुरुआत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यातायात निदेशालय के पुनर्गठन के संबंध में प्रस्तुतीकरण के दौरान राज्य के 57 जिला मुख्यालय के शहरों में आईटीएमएस सिस्टम लागू करने के निर्देश दिए थे। इतना ही नहीं यूपी के गौतमबुद्ध नगर के साथ 17 नगर निगमों में इस सिस्टम को प्रभावी ढंग से लागू करने को कहा था। रिपोर्ट- लालचंद