
Sanjay Raut : भारत-पाकिस्तान को संघर्ष विराम के लिए मनाने का श्रेय अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ले लिया है। इस पर अब उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सवाल किया है कि अगर वह पावरफुल हैं तो इजरायल और गाजा के बीच लंबे समय से चली आ रही वॉर क्यों नहीं रुकवा दी?
सांसद संजय राउत ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से कहा- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत पर दबाव डालकर पाकिस्तान से हो रहा संघर्ष रुकवा देते हैं। हम एक संप्रभु देश हैं। हम एक ऐसा देश हैं, जिसमें तीसरा कोई राष्ट्रपति हस्तक्षेप नहीं कर सकता। यह हमारी संप्रभुता पर हमला है और यह मोदी सरकार की भी कमजोरी है कि अमेरिका के राष्ट्रपति को बीच में आना पड़ा।
हमारी संस्कृति का अपमान किया था
डोनाल्ड ट्रंप को वॉर रुकवाने की क्या जरूरत है? हमारी 26 माताओं और बहनों का सिंदूर उन आतंकवादियों और पाकिस्तानियों ने उजाड़ दिया। इसलिए हमने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ किया, क्योंकि उन्होंने सिंदूर का, हमारी संस्कृति का अपमान किया था।
हमने उनका खात्मा अब तक नहीं किया
केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए संजय राउत ने सवाल किया अब मोदी सरकार बताए कि उन्होंने कौन सा बदला ले लिया? कश्मीर में घुसे वो 6 आतंकवादी आज भी हमारे देश की भूमि पर कहीं छुपे बैठे हैं। हमने उनका खात्मा अब तक नहीं किया।
नुकसान तो भारत का और जम्मू कश्मीर का हुआ
संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि सर्वदलीय बैठक बुलाएं। उसमें खुद शामिल हों और सारी जानकारी दें। संजय राउत ने दावा किया कि मोदी सरकार ने हमारे जवान का मनोबल गिराया है। कौन सा बदला लिया है आपलोग बताएं? किसी देश ने समर्थन नहीं दिया, यह किसकी नाकामी है? उनके शब्द थे कि पाकिस्तान के टुकड़े करेंगे, पूरा बदला लेंगे। अब क्या हुआ? नुकसान तो भारत का और जम्मू कश्मीर का हुआ।
भारत के आगे झुककर सरेंडर किया था
इतना ही नहीं संजय राउत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए कहा- “इंदिरा गांधी ने अमेरिका की बात नहीं मानी थी। साल 1971 में पाकिस्तान के दो टुकड़े हुए थे। 90 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने भारत के आगे झुककर सरेंडर किया था।
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