
Chhattisgarh: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रमन सिंह के बस्तर ब्रान्ड को लेकर दिए बयान पर प्रतिक्रिया दी है। सीएम ने कहा कि रमन सिंह के मुख्यमंत्री बनने के बाद बस्तर में कोई सैलानी नहीं जाता था। बाहर की बात तो छोड़िए छत्तीसगढ़ के लोग भी जाने से डरते थे। वहां के आदिवासी दहशत में थे। व्यापारी डरे हुए थे। नौजनवा डरे हुए थे। ये पहचान स्थापित करके उन्होंने छत्तीसगढ़ की पहचान दिलाई थी।
मुख्यमंत्री बिलासपुर में बंगाली समाज के आयोजन में शामिल होने से पहले पुलिस परेड ग्राउंड हेलीपेड में मीडिया से चर्चा में कहा कि रमन की सरकार में भोले-भाले आदिवासियों को जेल में ठूंस दिया जाता था। फर्जी एनकाउंटर किया। ये पहचान वो बनाकर रखे थे। आए दिन आईईडी की आवाज पूरे देश में सुनाआ पड़ती थी। ये पहचान रमन सिंह ने बनाकर रखी थी। हमने साढ़े चार सालों में वहां आदिवासियों के परंपरा, जल, जंगल, जमीन का आधिकार दिया। जो जमीने रमन सिंह की सरकार ने छीन ली थी, उसने हमने आदिवासियों को वापस कराया। आदिवासियों के खेती, किसानी को बढ़ावा दिया। गौरतलब हो कि रमन सिंह ने बस्तर में एक प्रेस कांफ्रेस कर राज्य की मौजूदा सरकार को बस्तर विरोधी करार दिया था।
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