राज्यसभा से विपक्ष के सांसदों के निलंबन पर राहुल गांधी ने एक बार फिर से सरकार को घेरने की कोशिश की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मामले पर हो रहे विरोध में हिस्सा लिया और कहा कि सरकार इस मसले पर कोई बातचीत ही नहीं करना चाहती है।
उन्होंने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा, विपक्षी सांसदों के निलंबन को 14 दिन हो गए हैं। जिन मुद्दों पर सदन में विपक्ष बहस करना चाहती है, उनपर हमें बहस नहीं करने दी जाती। जहां विपक्ष आवाज़ उठाने की कोशिश की जाती है, उन्हें निलंबित कर दिया जाता है। ये लोकतंत्र की हत्या है।
इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, लोकतंत्र में बहस व असहमति का महत्व- इस विषय में मोदी सरकार को ट्यूशन की ज़रूरत है।
राज्यसभा से विपक्ष के 12 सांसदों को उनके व्यवहार के लिए मॉनसून सत्र के आखिरी दिन निलंबित कर दिया गया था। जिसके बाद से सदन में लगातार आवाज उठ रही थी कि इन सभी सांसदों का निलंबन रद्द किया जाए।
जिसपर सरकार ने कहा था कि अगर निलंबित सांसद माफी मांग लेते हैं तो उनका निलंबन वापस ले लिया जाएगा। लेकिन निलंबित सांसद माफी मांगने को तैयार नहीं हुए।
निलंबित 12 सांसदों में से 6 सांसद कांग्रेस के हैं।









