‘पहलगाम हमला बढ़ते तनाव की असली वजह’ प्रेस ब्रीफिंग में बोले भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी

विदेश सचिव विक्रम मिसरी
Operation Sindoor : ऑपरेशन सिंदूर पर विदेश मंत्रालय ने आज (8 मई, 2025) दूसरी प्रेस ब्रीफिंग की। इस दौरान विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने भारत की कार्रवाई की जानकारी दी। इस प्रेस ब्रीफिंग में विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी भी मौजूद रहीं। कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा हमने सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया। हमने पहले ही पाकिस्तान को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा कि हमने पाकिस्तानी हमलों को नाकाम किया है।
‘हमने पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया’
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर पर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान भारत ने अपनी प्रतिक्रिया को केंद्रित, मापा हुआ और गैर-बढ़ावा देने वाला बताया था। यहां विशेष रूप से उल्लेख किया गया था कि पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया गया था। यह भी दोहराया गया था कि भारत में सैन्य ठिकानों पर कोई भी हमला उचित जवाब को आमंत्रित करेगा।
उन्होंने कहा, 07-08 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नाल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया। इन्हें इंटीग्रेटेड काउंटर यूएएस ग्रिड और वायुरक्षा प्रणालियों द्वारा निष्प्रभावी कर दिया गया। इन हमलों के मलबे अब कई स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं जो पाकिस्तानी हमलों को साबित करते हैं।
पाकिस्तानी गोलीबारी में 16 निर्दोष लोगों की जान गई
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा पाकिस्तान ने LoC के कुपवाड़ा, बारामुल्ला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी कैलिबर आर्टिलरी का उपयोग करते हुए नियंत्रण रेखा पर अपनी अकारण गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है। पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण 16 निर्दोष लोगों की जान चली गई है, जिनमें 3 महिलाएं और 5 बच्चे शामिल हैं। भारत को पाकिस्तान की ओर से मोर्टार और आर्टिलरी की गोलीबारी को रोकने के लिए जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ा। भारतीय सशस्त्र बल गैर-वृद्धि के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं, बशर्ते कि इसका पाकिस्तानी सेना द्वारा सम्मान किया जाए।
पहलगाम में हुआ हमला तनाव बढ़ने की पहली वजह
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि सीमा पार से हमारे खिलाफ बहुत सी गलत सूचनाएं दी गई हैं, कुछ बातें ध्यान में रखने लायक हैं जैसे इसमें तनाव बढ़ने का जिक्र किया जा रहा है। लेकिन पहली बात ये है कि पहलगाम में हुआ हमला तनाव बढ़ने की पहली वजह है, भारतीय सेना ने कल उसका जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) समूह लश्कर-ए-तैयबा का जाना-माना मोर्चा है। जिसने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी, हम इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को सभी जानकारियां मुहैया करा रहे हैं। TRF के बारे में अपडेट लगातार दिए जा रहे हैं। विक्रम मिसरी ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि जब UNSC के बयान में TRF का नाम शामिल करने की बात आई, तो केवल पाकिस्तान ने इसका विरोध किया और नाम हटवाया। यह स्पष्ट संकेत है कि पाकिस्तान अब भी इन आतंकी समूहों को ढाल और समर्थन दे रहा है।
‘हमने आतंकियों के ठिकानों पर हमला किया’
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने दोहराया कि भारत की कार्रवाई केवल आतंक के ढांचों को ध्वस्त करने तक सीमित थी, हमने नागरिकों या सैन्य प्रतिष्ठानों पर नहीं, बल्कि सिर्फ आतंकियों के ठिकानों पर हमला किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के सूचना मंत्री द्वारा यह कहना कि हमारे यहां कोई आतंकी नहीं हैं, पूरी तरह से झूठ और भ्रामक है। पाकिस्तान आज भी वैश्विक आतंकवाद का केंद्र है। ओसामा बिन लादेन वहीं मिला और पाकिस्तान ने उसे ‘शहीद’ कहा था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ‘संयुक्त जांच’ की पेशकश एक बार फिर से समय खींचने की और खुद को बचाने की रणनीति है। भारत ने 26/11 और पठानकोट जैसे हमलों की जांच में सहयोग किया, लेकिन पाकिस्तान ने मामलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
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