
लखनऊ: योगी सरकार के मंत्री (Uttar Pradesh Ministers) अब 5000 से ऊपर का गिफ्ट नहीं ले सकते हैं। जो संस्था मंत्रियों को उपहार देगी उनकी भी जांच होगी। बता दें कि सीएम योगी ने पहली बार सीएम बनते ही सभी मंत्रियों को अपनी संपत्ति का ब्योरा उपलब्ध करवाने को कहा था। CM ने खुद तो इसका पालन किया लेकिन सभी मंत्री पूरी तरह से इसका पालन नहीं कर सके। अब दूसरे कार्यकाल में मंत्रियों से अपेक्षा की गई है कि मंत्री हर संपत्ति का ब्योरा सीएम कार्यालय को दें।
अब 5000 से ऊपर का नहीं ले सकते योगी सरकार के मंत्री गिफ्ट
CM योगी लगातार सख्त मोड में नजर आ रहे है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने आदेश दिया था कि सभी मंत्रीगणों (Uttar Pradesh Ministers) को सोमवार व मंगलवार को अनिवार्य रूप से राजधानी में रहना होगा। शुक्रवार से रविवार तक अपने निर्वाचन क्षेत्र/प्रभार के जिलों में जनता के बीच रहने का कार्यक्रम बनाएं। वहीं कैबिनेट बैठक (Yogi Cabinet) में सीएम बोले सभी मंत्रीगण शपथ लेने के अगले 3 माह की अवधि के भीतर अपने और अपने परिवार के सदस्यों की समस्त चल-अचल संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करें। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करते हुए मंत्रीगणों के लिए निर्धारित आचरण संहिता का पूरी निष्ठा से पालन किया जाए।
उपहार देने वाली संस्था की भी होगी जांच
मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि सरकार गठन के एक माह पूर्ण हो चुके हैं। हमारी भावी कार्ययोजना तैयार हो चुकी है।अब “सरकार जनता के द्वार” पहुंचेगी। आगामी विधानसभा सत्र से पूर्व मंत्रिपरिषद के प्रदेश भ्रमण का कार्य पूरा कर लेना होगा। इस संबंध में 18 मंत्री समूह गठित किए गए हैं। उपमुख्यमंत्री गणों की टीम में एक-एक राज्य मंत्री सम्मिलित हैं, शेष तीन सदस्यीय मंत्री समूह गठित किए गए हैं। यह 18 समूह 18 मंडलों का भ्रमण करेगी। भ्रमण का यह कार्यक्रम शुक्रवार से रविवार तक होगा। पहले चरण में प्रदेश भ्रमण करने के बाद मंत्री समूहों का रोटेशन प्रणाली के तहत दूसरे मंडलों की जिम्मेदारी दी जाएगी।
Read Also:- मेरठ: माफिया बदन सिंह बद्दो के गुर्गों पर योगी सरकार का शिकंजा, अवैध दुकानों पर चला बुलडोजर