
उत्तराखंड के पौड़ी जिले के गड़ोली और चंदौलीराई क्षेत्र में गुलदार की दहशत बनी हुई है। गुलदार को कैद करने के लिए लगाए गए पिंजरों में गुलदार कैद नहीं हो पा रहा था। लेकिन आज सुबह (20 जुलाई) चंदौलीराई गांव में लगाये गए दो पिजरों में से एक में हमलावर गुलदार कैद हो गया। जिससे गांव के लोगों ने थोड़ा चैन की सांस ली है। हालांकि ग्रामीणों को अब भी आशंका है कि इलाके में अन्य गुलदार भी हो सकते हैं।
ये है पूरा मामला
आपको बता दें कि हमलावार गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग ने क्षेत्र में बीते एक माह से पिंजरा लगाया हुआ था। जिस पर आज गुलदार वन विभाग के पिंजरे में फंस गया। दरअसल, चंदौलीराई गांव में दो सप्ताह पूर्व ही दो बच्चों पर गुलदार ने हमला कर दिया था। गुलदार के हमले से दोनों बच्चे घायल हो गए थे। लोगों के हल्ला मचाने के बाद ये गुलदार घटना स्थल से भाग गया था। दो घटना होने के बाद वन विभाग की चिंता बढ़ गई थी। वहीं गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा और गुलदार की मूवमेंट पर नजर रखने के लिए कैमरे भी लगाए गए थे। जिसके बाद अब ये गुलदार वन विभाग के चंगुल में फंस पाया।
वन विभाग के रेंजर ललित नेगी ने बताया
पौड़ी के वन विभाग के रेंजर ललित नेगी ने बताया कि “आज सुबह 7 बजे के आस पास ग्रामीणों ने बताया कि पिंजरे में गुलदार के गुर्राने की आवाज आ रही है। इसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वहां जाकर देखा तो वास्तव में गुलदार पिंजरे में बंद था। गुलदार को रेस्क्यू कर लिया गया। अब डॉक्टरों की टीम गुलदार का मेडिकल परीक्षण करेगी कि गुलदार हमलावर क्यों हुआ।” साथ ही बताया कि “पकड़ा गया गुलदार मादा है।”
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