पाकिस्तान में संत की समाधि पर दिवाली मनाने पहुंचेंगे देश के चीफ जस्टिस ग़ुलज़ार अहमद

इस्लामाबाद: पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ग़ुलज़ार अहमद ख़ैबर पख़्तूनख़्वाह प्रांत के करक ज़िले में स्थित हिंदू संत श्री परम हंस जी महाराज की ऐतिहासिक समाधि पर दिवाली मनाने जाएंगे।
गौरतलब है कि पिछले साल इस समाधि को एक भीड़ ने ढहा दिया था।
जिसके बाद पुलिस ने ये बताया था कि नाराज़ लोगों ने समाधि को इसलिए गिराया था क्योंकि एक शख्स समाधि से सटा कर घर बना रहा था।

इसके बाद इसी साल जनवरी में पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट की ओर से समाधि को 2 हफ्तों के भीतर पुनर्निमाण का आदेश दिया था। साथ ही कोर्ट ने ख़ैबर पख़्तूनख़्वाह प्रांत की पुलिस को मामले में रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा था।
सुप्रीम कोर्ट ने मामले का खुद से संज्ञान लिया था और चीफ जस्टिस ग़ुलज़ार अहमद की अगुवाई में तीन सदस्यों की बेंच ने मामले में सुनवाई की थी।
सोमवार को चीफ जस्टिस का दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दिवाली के कार्यक्रम और समाधि के उद्घाटन समारोह में पाकिस्तान के हिन्दू समुदाय के काफी लोग इकट्ठा हुए हैं।

सिंध प्रांत की एडिशनल सोलिसिटर जनरल कल्पना देवी भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनी हैं।
“जहां भी अल्पसंख्यक रहते हैं, थोड़े-बहुत मसले होते हैं. लेकिन हम ख़ुशकिस्मत हैं कि जैसे ही ये मुद्दा सामने आया तो पाकिस्तान सरकार और चीफ़ जस्टिस साहब ने हस्तक्षेप किया. कुछ ही दिनों के भीतर हमारा मंदिर दोबारा बना दिया गया. इस मंदिर और समाधि को मानने वाले बाहर के मुल्क़ों से भी आए हैं.”