
पंजाब में खालिस्तानी समर्थक बताने वाले “वारिस पंजाब दे” के प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी चल रही है। अजनाला थाने में घुसकर पुलिस जवानों के साथ हिंसक झड़प के बाद अमृतपाल सिंह पुलिस की नजर में आ गया है। दरअसल, पुलिस ने झड़प के दौरान हथियारों का प्रदर्शन करते हुए अमृतपाल सिंह के साथ चलने वाले उसके 10 गुर्गों की पहचान कर ली है।
आपको बता दें कि अमृतपाल के इन साथियों के आर्म्स लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इनमें से कुछ पर एक आर्म लाइसेंस पर कई हथियार लेने का आरोप भी लगा है। यह नहीं, जम्मू-कश्मीर से भी अमृतपाल सिंह के दो साथियों के पास आर्म्स लाइसेंस जारी होने की बात सामने आई है।
जानें क्या है मामला?
अमृतपाल सिंह पर सेल्फ डिफेंस के लिए लिए गए हथियारों के सार्वजनिक प्रदर्शन पर मनाही होने के बावजूद और इन सेल्फ डिफेंस के हथियारों से बिना इजाजत किसी की सुरक्षा में इस्तेमाल का आरोप लगा है. पुलिस जल्द ही अमृतपाल सिंह के साथियों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।
आपको बता दें कि खुद को ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख बताने वाले अमृतपाल सिंह पिछले महीने अपने एक साथी लवप्रीत सिंह तूफान को छुड़ाने के लिए अपने साथियों के साथ अजनाला थाने में घुस गया था। इस दौरान उसके समर्थक हाथों में तलवारे और बंदूकें पकड़े नजर आए थे।
पुलिस ने जब उनको रोकने का प्रयास किया तो वो उनसे भी भीड़ गए और झड़प में छह जवान घायल हो गए। इस घटना के बाद से ही अमृतपाल चर्चा में आया और पुलिस उसकी कुंडली निकालने में लग गई है। पंजाब पुलिस को धमकी देने वाला अमृतपाल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी धमकी दी है।