महुआ मोइत्रा की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, मामले में लोकसभा समिति की पहली बैठक कल

नई दिल्ली: टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। लोकसभा की आचार समिति महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश फॉर क्वेरी के आरोप में कल अपनी पहली बैठक करने वाली है। इस बैठक में भाजपा सांसद और शिकायतकर्ता निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्राई अपने बयान दर्ज करवाने वाले है।
स्पीकर ओम बिरला को दी गई अपनी शिकायत में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने वकील देहाद्राई के द्वारा दिए गए दस्तावेजों का हवाला दिया है। सभी पहलुओं को देखते हुए ओम बिरला ने मामले को भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली समिति के समीप भेज दिया है।
वकील देहाद्राई ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ सबूत दिए
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने शिकायत में कहा है कि वकील देहाद्राई, जो कि विवाद से पहले मोइत्रा के करीबी थे। उन्होंने अदाणी समूह और पीएम मोदी को निशाना बनाने के लिए महुआ मोइत्रा और कारोबारी हीरानंदानी के बीच पैसे के लेन देन के मजबूत सबूत शेयर किए हैं।
सांसद मोइत्रा पर सीधे तौर से संलिप्तता के आरोप
आचार समिति के कार्यक्रम में कहा गया है कि संसद में ‘कैश फॉर क्वेरी’ के मामले में सांसद महुआ पर सीधे तौर से संलिप्तता के आरोप हैं। संसद में पूछ-ताछ के लिए कैश फॉर क्वेरी में कथित संलिप्तता के लिए सांसद महुआ के विरुद्ध भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा 15 अक्टूबर 2023 को दी गई शिकायत में वकील अनंत देहाद्राई का मौखिक सबूत भी है।
सांसद महुआ मोइत्रा ने आरोपों को नकारा
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को झूठा करार देते हुए खारिज किया है। साथ ही कहा है कि मैंने अदाणी समूह पर लगातार निशाना साधा है इसलिए मुझे निशाना बनाया जा रहा है। स्पीकर ओम बिरला को लिखे पत्र में सांसद निशिकांत दुबे ने कहा है कि मोइत्रा ने हाल तक लोकसभा में जो 61 प्रश्न पूछे थे, उनमें से 50 अडानी समूह पर केंद्रित थे।
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