Punjab

उम्र की बाधाओं को तोड़कर 55 साल की वीरपाल कौर बनीं मिसाल, नेशनल लेवल दौड़ में जीता गोल्ड

अगर आपको ऐसा लगता है कि सपनों को पूरा करने की उम्र निकल चुकी है.. तो रुकिए जनाब, एक बार पंजाब की वीरपाल कौर के बारे में जान लीजिए। यह वो महिला हैं जो उम्र की बाधा को तोड़कर 55 से ज़्यादा साल की उम्र में ढेर सारे मेडल जीत कामयाबी की नई दास्तान लिख रही हैं। वीरपाल ने हाल ही में नेशनल लेवल 100 मीटर रेस में गोल्ड मेडल हासिल किया है।

पंजाब के फरीदकोट की रहने वाली वीरपाल कौर एक हाउसवाइफ हैं। बचपन से दौड़ने का शौक था; तो पिछले साल जब पंजाब सरकार ने ऐलान किया कि मास्टर खेलों में किसी भी उम्र के लोग अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं; तब वीरपाल के सपनों को भी दिशा मिल गई और उन्होंने इन खेलों में भाग लिया। इसके बाद उनका मनोबल बढ़ा और वह इस क्षेत्र में आगे बढ़ने लगीं, प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने लगीं। वह  एथलीट फौजा सिंह को अपना आइडल मानती हैं और कहती हैं, “जब वह दौड़ सकते हैं तो मैं क्यों नहीं?”

वीरपाल कौर के दो बेटे हैं, एक विदेश में रहता है जबकि दूसरा बेटा पंजाब पुलिस का जवान है और उनके साथ रहता है। वीरपाल पिछले दो  सालों में 20 से ज़्यादा मेडल अपने नाम कर चुकी हैं। खेल कोटे से उन्हें पुलिस विभाग में नौकरी भी मिल रही थी लेकिन घरेलू कारणों से उन्होंने  नौकरी नहीं की और केवल खेलना जारी रखा, उसपर पूरा फोकस किया। वीरपाल के जज़्बे और हिम्मत को देखकर आज युवा भी प्रेरणा ले रहे हैं!!

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