
Azam Khan Latest News: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद से ही समाजवादी पार्टी में उथल-पुथल और पार्टी में अंदरूनी कलह काफी समय से चल रही है। जानकारी के मुताबिक जेल में दो साल से बंद सपा विधायक आजम खान (Azam Khan) से मिलने आज सपा का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा। लेकिन आजम खान ने उनसे मुलाकात करने से मना कर दिया है। वहीं अभी हाल ही में प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव भी आजम खान से मिलने पहुंचे थे।
सपा प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात मामले पर बड़ी ख़बर
नही मिले सपा विधायक रविदास महलोत्रा से आज़म
समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधि मंडल बैरन वापस लौटा
सीतापुर जेल पंहुचा था सपा का प्रतिनिधिमंडल
आजम खान ने सपा प्रतिनिधि मंडल से नही की मुलाकात
रविदास महलोत्रा ने स्वास्थ कारणों का दिया हवाला
आजम खान का स्वास्थ सही नही अभी आराम कर रहे है
सीतापुर जेल में बंद Azam Khan से मिलने पहुंचा सपा का प्रतिनिधिमंडल
साथ ही आपको बता दें कि आज सुबह आजम से मिलने विधायक रविदास मेहरोत्रा के नेतृत्व में ये प्रतिनिधिमंडल दल जेल पहुंचा था। इस प्रतिनिधिमंडल दल में विधायक रविदास मेहरोत्रा, सपा प्रदेश सचिव अनुज मिश्रा और दो से तीन विधायक थे, लेकिन जेल के अंदर आजम से मिलने सिर्फ रविदास मेहरोत्रा और सपा प्रदेश सचिव अनुज मिश्रा गए थे। लेकिन बावजूद इसके सपा विधायक आजम खान ने इस प्रतिनिधिमंडल दल से मिलने के लिए मना कर दिया।
आजम ने मिलने से किया इंकार
इससे पहले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने सीतापुर जेल पहुंचकर सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान (Azam Khan) से मुलाकात की थी। यह मुलाकात ऐसे वक्ते में हुई जब शिवपाल ने अखिलेश यादव से बगावती रुख अपना रखा है जबकि आजम खान के समर्थक अखिलेश पर अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं। बता दें कि आजम खान को 72 केसों में 71 में जमानत मिल चुकी है। आजम को 5 मामलों में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। एक दर्जन मामलों में इलाहाबाद हाई कोर्ट से जमानत मिल चुकी है।
आजम खान को 72 केसों में से 71 में मिली जमानत, क्या जल्द जेल से आएंगे बाहर?
साथ ही शिवपाल यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि वक्त आएगा तो फैसला लूंगा और सबको बताउंगा अभी उनकी पार्टी में बातचीत चल रही है और इन परिस्थतियों की समीक्षा की जा रही है। गौरतलब है कि यूपी चुनाव के नतीजे आने के बाद से समाजवादी पार्टी में लगातार कलह जारी है। अखिलेश यादव ने जब विपक्ष का नेता चुनने के लिए विधायक दल की बैठक बुलाई तो उसमें शिवपाल को न्योता नहीं दिया गया था।