
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को देर शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश की कानून-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए। जिसमें आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व और त्योहारों को देखते हुए यूपी में बिना मंजूरी शोभायात्रा और जुलूसों पर रोक लगा दी गई है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शोभायात्रा निकालने से पहले आयोजकों से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाएगा। मुख्यमंत्री अपने दूसरे कार्यकाल में फील्ड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पहली वीडियो कांफ्रेंसिंग कर रहे थे। जिसमें उनके तेवर बहुत सख्त थे।
सीएम योगी ने दिए सख्त निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी करते हुए कहा कि सिर्फ उन्हीं धार्मिक जुलूसों को अनुमति दी जाएगी, जो पारंपरिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए।
कोई शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाली जाए। अनुमति से पूर्व आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) April 18, 2022
अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दिया जाए, जो पारंपरिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए:#UPCM श्री @myogiadityanath जी
सीएम योगी ने अलीगढ़, सहारनपुर और लखनऊ के गुडंबा की घटना पर नाराजगी जाहिर की और वरिष्ठ अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। लखनऊ में सरेशाम हुई फायरिंग की घटना में किसी पुलिस कर्मी पर कार्रवाई न करने पर नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री गुडंबा के थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए।
4 मई तक पुलिस कर्मियों की छुट्टियां निरस्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व त्योहार हैं। रमजान का महीना चल रहा है। ईद का त्योहार और अक्षय तृतीया एक ही दिन होना संभावित है। ऐसे में वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा। थानाध्यक्ष से लेकर एडीजी तक अगले 24 घंटे के भीतर अपने अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ सतत संवाद बनाएं। मुख्यमंत्री ने 4 मई तक सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मियों की छुट्टियां निरस्त करने के निर्देश दिए।
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