UP विधानसभा सत्र में अखिलेश को क्यों आया गुस्सा, डिप्टी CM को क्यों बोला “तुम अपने पिताजी से…”

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Lucknow: सोमवार से शुरू हुई 18वीं UP विधानसभा की कार्रवाई में सत्ता पक्ष और विपक्ष में तो आमतौर पर आए दिन कुछ न कुछ कहा सुनी तो होती ही रहती है। लेकिन सदन के कार्यवाही के दौरान कुछ ऐसा देखने को मिला जिसे देख लोग काफी ज्यादा हैरान रह गए और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल भी होने लग गया है। बता दें वायरल हो रहे इस वीडियो में देखा जा सकता है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र में चल रही कार्यवाही के दौरान की है। जिसमें साफ देखा जा सकता है की उत्तर प्रदेश के उप मुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली है। तो आइए वीडियो से समझते है क्या है पूरा मामला?

वीडियो हो रहा वायरल

उत्तर प्रदेश में बुधवार को हो रहे सदन की कार्यवाही के दौरान अखिलेश और उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री के बीच कुछ ऐसा देखने को मिला जिसने सदन की गरिमा को कुछ समय के लिए भंग कर दिया। बता दें सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कुछ ऐसी स्थिति बन गई जिससे सदन का माहौल थोड़ा गर्मा गया। अभिभाषण पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा प्रमुख और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव का जिक्र करते हुए कहा की सदन में अखिलेश यादव बतौर मुख्यमंत्री अपने द्वारा किए गए कामों का गुणगान कब से कर रहे है। अगर उनके कामों को जनता इतना ही पसंद करती तो 2022 के विधानसभा में समाजवादी पार्टी की सफाया नहीं होता।

अखिलेश ने ऐसा क्यों कहा ‘तुम पैसा…’?

हालांकि मौर्या ने अखिलेश के गुणगान पर तंज कस्ते हुए कहा की “जो आप बार-बार गिनाते है की सड़क किसने बनवाई, मेट्रो किसने बनवाया, ये सब आपने क्या अपनी सैफई की जमीन बेच कर बनवाई है”। बता दें सैफई अखिलेश यादव का पुस्तैनी गांव भी है। जिसके बाद अखिलेश गुस्से में आकर केशव प्रसाद मौर्य को ज्वाब देते हुए कहा- “क्या तुम अपने पिता की जमीन बेचकर बनवा रहे हो?”

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CM योगी ने क्या कहा?

जिसके बाद सदन का माहौल पूरा गर्मा जाता है। हालांकि इस मुद्दे को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा की सदन में एक सम्मानित नेता के खिलाफ असभ्य शब्दों का उपयोग बिल्कुल भी ठीक नहीं है। मैं नेता प्रतिपक्ष से बहुत विनम्रता से कहता हूं कि आपको सदन में इतना उत्तेजित होने की जरुरत नहीं है।