
Operation Jeevan Jot : पंजाब सरकार द्वारा शुरू किया गया प्रोजेक्ट जीवनजोत 2.0 भीख मांगने वाले बच्चों की जिंदगी को सड़कों से निकालकर शिक्षा, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है. सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने खुलासा किया कि यह मुहिम न केवल बच्चों को बचाने में सफल हो रही है, बल्कि राज्य में सामाजिक बदलाव का प्रतीक भी बन रही है.
245 छापों में 214 बच्चों को बचाया गया
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि अब तक राज्य भर में 245 विशेष छापेमारी अभियानों के दौरान 214 भीख मांगने वाले बच्चों को बचाया गया है. इनमें से 106 बच्चों को उनके परिवारों के साथ पुनर्मिलन कराया गया है. यह परिणाम पंजाब सरकार की इस मुहिम के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. हाल ही में 16 जिलों में किए गए 16 विशेष छापों में केवल दो बच्चे – एक बरनाला और एक संगरूर से – भीख मांगते पाए गए, जिन्हें दस्तावेजी जांच के बाद उनके परिवारों को सौंप दिया गया. यह दर्शाता है कि मुहिम अपने उद्देश्य की ओर तेजी से बढ़ रही है.
डीएनए टेस्टिंग और कानूनी कार्रवाई
मंत्री ने बताया कि 16 बच्चों की डीएनए टेस्टिंग के लिए पहचान प्रक्रिया पूरी की गई है, जिनमें से 15 बच्चों के दस्तावेज तैयार हो चुके हैं और 13 बच्चों के डीएनए नमूने संग्रहित किए गए हैं. इसके अतिरिक्त, बच्चों को भीख मांगने के लिए मजबूर करने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जा रही है. अमृतसर और गुरदासपुर में एक-एक, और बठिंडा में दो अभिभावकों के खिलाफ कुल चार एफआईआर दर्ज की गई हैं. डॉ. कौर ने स्पष्ट किया कि यह केवल प्रवर्तन नहीं, बल्कि बच्चों के भविष्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने का एक दृढ़ कदम है.
बच्चों को भीख के लिए मजबूर करने वालों को सजा
डॉ. बलजीत कौर ने सख्त लहजे में कहा कि यदि कोई व्यक्ति बच्चे को भीख मांगने के लिए मजबूर करता पाया गया, तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने जोर देकर कहा, हमारा संकल्प है कि कोई भी बच्चा सड़कों पर भीख मांगने को मजबूर न हो. हर बच्चे को सुरक्षित, शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने का वादा है.
जनता और समाजसेवी संस्थाओं से सहयोग की अपील
मंत्री ने समाजसेवी संगठनों और आम जनता से इस सामाजिक बुराई को खत्म करने में सरकार का साथ देने की अपील की. उन्होंने कहा कि बिना सामाजिक सहयोग के इस कुरीति को पूरी तरह समाप्त करना संभव नहीं है. उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि यदि वे किसी बच्चे को भीख मांगते देखें, तो तुरंत चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर सूचित करें, ताकि बच्चे को समय पर बचाया जा सके.
बच्चों के लिए एक नया भविष्य
प्रोजेक्ट जीवनजोत 2.0 न केवल बच्चों को बचाने की एक पहल है, बल्कि यह पंजाब सरकार की उस सोच को दर्शाता है जो बच्चों को शिक्षा और आत्मनिर्भरता के माध्यम से समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए प्रतिबद्ध है. यह मुहिम ‘रंगला पंजाब’ के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो सामाजिक बदलाव और बाल कल्याण के लिए एक मिसाल बन रही है.
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