अयोध्या जाकर राम लला के दर्शन करेंगे राहुल गांधी ? उद्घाटन पहले क्यों हो रही है ऐसी चर्चा

राहुल गांधी के अयोध्या जाने की चर्चाएं तेज़ हैं.
Rahul to visit Ayodhya: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की भव्य तैयारियां ज़ोरों पर हैं. मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने इसी साल दिसंबर में निर्माण पूरा होने की उम्मीद जताई है. मिश्रा ने ये भी कहा है कि 20 से 24 जनवरी को होने वाले समारोह के किसी भी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हो सकते हैं. लेकिन चर्चाएं इस बात पर भी होने लगी है कि वायनाड सांसद राहुल गांधी खुद अयोध्या जाकर राम लला के दर्शन कर सकते हैं.
राजीव गांधी फाउंडेशन के CEO का गुपचुप अयोध्या दौरा
ऐसी बातें यूं ही नहीं उठ रही हैं, इसके पीछे राजीव गांधी फाउंडेशन के CEO विजय महाजन की गुपचुप अयोध्या यात्रा है. जानकारी है कि कुछ दिनों पहले विजय महाजन अयोध्या आए थे और उन्होंने राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास से मुलाकात की थी.
Rahul to visit Ayodhya- सत्येंद्र दास ने क्या बताया ?
इस पर सत्येंद्र दास जी ने बताया था कि चार से पांच लोग यहां आए थे. उन्होंने राहुल गांधी के अयोध्या आकर दर्शन करने की बात कही थी. जिसपर हमने कहा था कि ये तो बहुत अच्छी बात है अगर राहुल गांधी अयोध्या में (Rahul to visit Ayodhya) राम लला के दर्शन के लिए आते हैं. इसके बाद उन लोगों ने दिल्ली में आगे की बातचीत के बाद आने वाले वक्त में फिर से अयोध्या आकर उनसे मिलने की बात कही थी.
Rahul to visit Ayodhya- अभी बात नहीं है पक्की !
फिलहाल इस बात की पुष्टि अभी तक न तो राहुल गांधी की ओर से की गई है और न ही पार्टी की ओर से इस संदर्भ में कोई बात कही गई है. लेकिन राजीव गांधी फाउंडेशन के सीईओ की इस यात्रा ने राजनीतिक गलियारों में हवा जरूर दे दी है.
कब-कब राहुल प्रियंका ने किया अयोध्या का दौरा
इससे पहले राहुल गांधी साल 2017 के विधानसभा चुनावों में अयोध्या आए थे. तब उन्होंने हनुमान गढ़ी के दर्शन किए थे. राम लला के दर्शन के लिए राहुल गांधी नहीं गए थे. फिर 2019 आम चुनावों में प्रियंका गांधी भी अयोध्या दर्शन के लिए पहुंची थी. लेकिन उन्होंने भी केवल हनुमान गढ़ी के ही दर्शन किए थे, राम लला के दर्शन उन्होंने भी नहीं किए थे.
तब कांग्रेस का कहना था कि राम मंदिर का मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है इसलिए कोई भी नेता वहां नहीं गया लेकिन अब राम मंदिर पर फैसला भी आ चुका है और मंदिर निर्माण का काम भी जारी है. ऐसे में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को अयोध्या जाकर राम लला के दर्शन करने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.