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भारत के लिए खतरा बना नेपाल! इस रास्ते से भी भारत आ सकते हैं ISI के एजेंट

भारत और नेपाल के बॉर्डर पर बसा श्रावस्ती का एक ऐसा गांव जो पूरी तरीके से खुला हुआ है। गाँव के बीच का आधा हिस्सा भारत का है तो आधा हिस्सा नेपाल का है। गाँव के बीच जिस जगह पर दोनों देशों को बांटने वाला पिलर लगा हुआ है वहां से आसानी से कोई भी नेपाल से भारत और भारत से नेपाल को जा आ सकता है जिसे रोकने वाला कोई नहीं है।

जहां एक तरफ बीते कुछ दिनों में श्रावस्ती के पड़ोसी जिले गोंडा में कई सारे आईएसआई के एजेंट पकड़े गए तो दूसरी तरफ श्रावस्ती के भारत-नेपाल बॉडर पर बसा घड़दौरिया गाँव उस समय संदिग्ध नजरो से देखा जाता है जहां गांव का आधा हिस्सा भारत मे मौजूद है तो आधा हिस्सा नेपाल देश में मौजूद है। इन सब में सबसे बड़ी बात ये है कि गाँव मे जहां दोनों देखो को बांटने वाला पिलर लगा है। वो पूरी तरीके से खुला है। ऐसे में माना जाए तो भारत नेपाल का ये खुला बॉडर किसी भी देश विरोधी गतिविधियों को हमेशा दावत देता रहता है।

यहां सबसे बड़ी बात ये है की जो गाँव का आधा हिस्सा है वो नेपाल का है। वहां पे बॉडर का पिलर तो लगा है लेकिन ना ही किसी तरह की वहाँ पे बैरिकेडिंग है और ना ही बॉडर को तार से धेरा गया है। यहां सबसे बड़ी बात ये है की गांव के बीच में मौजूद भारत और नेपाल के बॉडर पर ना तो हमेशा जवान ड्यूटी पर रहते है और ना ही वो बॉडर का 24 घन्टे रखवाली करते है।

ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि श्रावस्ती जिले के घुड़दौरिया गाँव के बीच में मौजूद भारत और नेपाल के बॉडर से कोई भी अपराधी, आतंकवादी या आईएसआई का एजेंट आसानी से नेपाल के रास्ते भारत मे आके आपराधिक गतिविधि को अंजाम दे सकता है या फिर भारत के इस रास्ते से नेपाल को भारत का अपराधी आसानी से जा सकता है।

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