
फतेहपुर में रेलवे विभाग से रिटायर हुए जमील अहमद अब श्रवण कुमार बन गए हैं। गुरुवार को अहमद ने हिन्दू धर्म अपना लिया। उन्होंने हनुमान मंदिर में विधि विधान से दीक्षा ली। गुरुवार को हनुमान मंदिर में पुजारियों ने हवन पूजन करते हुए जनेऊ धारण कराकर जमील का नामकरण किया। इस तरह आज से वह जमील अहमद की जगह ‘श्रवण कुमार’ के नाम से जाने जाएंगे।
श्रवण कुमार बने जमील रेलवे डिपार्टमेंट से रिटायर हो चुके हैं। शुद्धिकरण कार्यक्रम के दौरान उन्हें जनेऊ धारण करवाया गया है। जमील अहमद ने बताया कि वो हिंदू धर्म के काफी वक्त से प्रभावित हैं।नवरात्र में उपवास भी रखते हैं। जमील ने कहा कि मुस्लिम धर्म मे बहुत सी कुरीतियां और प्रताड़नाओं के चलते उन्होंने मुस्लिम धर्म को छोड़कर पवित्र सावन मास के पर्व में हिंदू धर्म अपनाया है। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म अपनी स्वेच्छा से अपनाया है।
68 वर्षीय जमील हाथरस जिले के साईदा बाग़ के रहने वाले हैं. नौकरी के सिलसिले में वह फतेहपुर आते रहते थे। उनकी शादी भी जिले के देवीगंज मोहल्ले में हुई थी। वह रेलवे में मुख्य आरक्षण पर्वेक्षक के पद पर तैनात थे। 20 साल तक उन्होंने फतेहपुर में ही नौकरी की थी। 18 साल तक शिकोहाबाद में नौकरी के बाद वह रिटायर हुए हैं।
इस बारे में मुस्लिम धर्म के कुछ लोगों को पता चला तो उन लोगों ने दबाव बनाना शुरू कर दिया। उन्हें भी धमकियां मिलीं और जमील उर्फ श्रवण कुमार को भी धमकियां मिलीं, जिसके लिए उनकी सुरक्षा के लिए अखिल भारत हिन्दू महासभा के लोग खड़े हुए हैं।
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