पूर्व राष्ट्रपति डाॅ कलाम केवल देश की शान ही नहीं, इंसानियत की भी मिसाल थे!

इस अद्भुत तस्वीर में पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम उस मोर के साथ नज़र आ रहे हैं, जिसे उन्होंने बचाया था!!
दिल को छू लेने वाला यह किस्सा है नई दिल्ली का, जब ‘पीपल्स प्रेसिडेंट’ ने राष्ट्रपति भवन के एक खास निवासी और राष्ट्रीय पक्षी, मोर की जान बचाई थी। कैंसर से पीड़ित यह मासूम पक्षी शायद ज़्यादा दिन जीवित नहीं रह पाता अगर कलाम उस दिन दरियादिली न दिखाते।
जून का महीना था और कलाम रोज़ की तरह राष्ट्रपति भवन के मुग़ल गार्डन में मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे, कि तभी उनकी नज़र एक मोर पर पड़ी। पक्षी को देखकर उनके चेहरे पर मुस्कान आ गई, लेकिन ध्यान से देखने पर उन्हें लगा कि उस मोर की हालत कुछ सही नही है! तभी उन्होंने बिना देरी किए राष्ट्रपति भवन के वेटेरिनरी सर्जन, वाई सुधीर कुमार से पक्षी को देखने के लिए कहा। डॉक्टर की जांच से पता चला कि उस मोर की आंख के पास एक ट्यूमर था।
44 मिलिट्री वेटेरिनरी हॉस्पिटल के एक डॉक्टर ने बताया था, “वो ट्यूमर पहले से ही काफी बढ़ चुका था, अलग कलाम उस दिन पक्षी को न देखते तो शायद वह एक और दिन जीवित नहीं रह पाता.. आंख के पास बीमारी होने की वजह से उसकी एक आंख की रोशनी पहले ही जा चुकी थी। जब पक्षी को लाया गया तब वह डिहाइड्रेट भी हो चुका था।”
वहां उसका ऑपरेशन किया गया और दो दिन के इलाज और मेडिकल देखभाल के बाद मोर को प्रेसिडेंट के ही बायो डायवर्सिटी पार्क में प्राकृतिक माहौल में छोड़ दिया गया। बेजुबान कुछ ही दिनों में और बेहतर और स्वस्थ हो गया था।
राष्ट्रपति भवन के अफसर और स्टाफ ने बताया था कि अब्दुल कलाम को जब भी कोई पशु या पक्षी दयनीय हालत में नज़र आते, वह उनका इलाज कराया करते थे।
राष्ट्रपति होने के बावजूद, उन्हें हॉस्पिटल भेजने के बाद वह अगले दिन फोन करके उनकी हालत के बारे में पूछा करते थे। राष्ट्रपति भवन को घर मानने वाले जानवरों में टीपू नामक एक हिरण भी था, जिसके पैरों में पैदाइश से ही कुछ दिक्कत थी।
बहुत कम लोगों को पता है कि जब टीपू के पैरों की सर्जरी हुई थी, उस वक़्त राष्ट्रपति पद पर कार्यरत डॉ. कलाम ने ही इस सर्जरी की पूरी देख-रेख की थी, जिसके बाद टीपू पूरी तरह स्वस्थ हो गया था। पर इसके बाद उसकी माँ ने उसे अपने से अलग कर दिया था। ऐसे में डॉ. कलाम ही थे, जिन्होंने इस बेज़ुबान को 9 महीने तक बोतल से दूध पिलाया था।
इस महान व्यक्तित्व की जन्मतिथि पर उन्हें नमन, ऐसे थे हमारे पूर्व राष्ट्रपति कलाम।