कांग्रेस सहयोगी तौकीर रजा ने दिया विवादित बयान, बटला हाउस के आतंकियों को बताया ‘शहीद’, जानें क्या है बाटला हाउस एनकाउंटर

दिल्ली में ओखला के बाटला हाउस बील्डिंग का L-18 कमरा शांत पड़ा था। अचानक अंदर बैठे लोगों को कुछ आभास हुआ। दरवाजा खोला तो देखा सामने दिल्ली पुलिस के ऑफिसर खड़े हैं। पुलिस को देखकर कमरे के अंदर बैठे मोहम्मद साजिद और आतिफ अमीन, शहजाद, जुनैद और मोहम्मद सैफ सन्न हो गए और पुलिस पर गोली चलाना शुरु कर दिया।
पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में मोहम्मद साजिद और आतिफ अमीन को मार गिराया। 20 मिनट की मुठभेड़ के बाद मोहम्मद सैफ को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि शहजाद और जुनैद मौके से भाग गए। ये साल था 2008 और तारीख थी 19 सितंबर।
पुलिस ने ये कार्रवाई एक हफ्ते पहले यानि 13 सितंबर 2008 को हुए पांच सीरियल बम ब्लास्टों के बाद किया था। इस बम ब्लास्ट में 30 लोग मारे गए थे और 90 घायल हो गए थे। इसी तरह के कई ब्लास्ट जयपुर, अहमदाबाद और बैंगलोर में भी किए गए थे।
बटला हाउस एनकाउंटर के दौरान इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा शहीद हो गए थे और हेड कांस्टेबल बलविंदर और राजबीर सिंह घायल हो गए थे। कोर्ट ने हाल ही में जुनैद को इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा की हत्या के आरोप में मौत की सजा दी थी।
तौकीर रजा ने दिया विवादित बयान
बटला हाउस एनकाउंटर के 13 साल बाद कांग्रेस सहयोगी और इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद के संस्थापक तौकीर ऱजा ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, ‘मैंने 2009 के चुनाव में कांग्रेस की जीत में योगदान दिया था। जो बाटला हाउस मुठभेड़ में मारे गए थे, वे शहीद हैं। न केवल उत्तर प्रदेश में, बल्कि प्रियंका और राहुल की भी पूरे देश में जरूरत है, क्योंकि वे असली धर्मनिरपेक्षतावादी हैं’
संबित पात्रा ने घेरा
तौकीर रजा के बयान पर संबित पात्रा ने कहा, तौकीर रजा ने आज जो कहा वह आपत्तिजनक है। तौकीर रजा और कांग्रेस की विचारधारा समान है। कांग्रेस पार्टी को इसपर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।