
Gorakhpur News: अभियंताओं की हड़ताल से बिजली आपूर्ति व्यवस्था बेपटरी हो गई है। गीडा, रानीडिहा, दिव्यानगर, कुंतीनगर इलाके में भोर से बिजली नहीं है। जरूरी कामों के लिए पानी खरीदकर लाया जा रहा। ग्रामीण इलाकों में 70 से अधिक फीडर बंद हैं।
शहरी व ग्रामीण इलाकों में 40 से ज्यादा उपकेंद्र बंद हो चुके हैं। इससे लगभग 4 लाख से अधिक उपभोक्ता बिजली संकट से जूझ रहे हैं। शुक्रवार सुबह बारिश के दौरान टाउनहॉल उपकेंद्र में लगने 7.50 एमबीए के ट्रांसफार्मर में आग लग गई। इससे जिला अस्पताल की भी बिजली बंद हो गई है। अस्पताल में जांच कराने के लिए आने वाले रोगी और तीमारदार परेशान घूम रहे हैं।
जिला अस्पताल की बिजली भी गुल
जिला अस्पताल की बिजली भी सुबह ट्रांसफार्मर जलने से ठप हो गई। मरीजों को एक्सरे, जांच करवाने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही। देवरिया के राजेंद्र सुबह अपने हाथ का एक्सरे करवाने आए थे। लेकिन, बिजली आपूर्ति ठप होने से निजी सेंटर पर जाकर एक्सरे करवाना पड़ा।
बड़हलगंज निवासी सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि बड़हलगंज पंचायत क्षेत्र में गुरुवार सुबह 12 बजे से ही बिजली गुल है। पहले लगा कि यह सामान्य बात है। शाम तक आपूर्ति नहीं हुई तो पता चला कि बिजली निगम का विरोध प्रदर्शन चल रहा। अब बिजली कब आएगी? यह बताने वाला कोई नहीं है।
मुफ्तीपुर निवासी शिवांगी श्रीवास्तव ने कहा कि रात में पहले बिजली गुल हो गई थी। लगा आपूर्ति में कोई दिक्कत आ गई है, अभी आ जाएगी। लेकिन, सुबह बिजली आई। आई भी तो वोल्टेज लो था। घरों के पानी की टंकी खाली हो गई। दोपहर 12 बजे आपूर्ति बहाल होने पर टंकी भरी गई।
गोरखपुर से सतीश शुक्ला की रिपोर्ट
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