
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने है, उससे पहले कांग्रेस में एक बार फिर हलचल मच गई। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव के बयान के बाद में सियासत और ज्यादा गर्मा गई है।
दरअसल अरुण यादव ने अपने बयान में कहां कि ये निर्णय तो दिल्ली से होता है, इसकी एक प्रक्रिया है। अरुण यादव के समर्थन में आए अजय सिंह ने भी यही बात दोहराई। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि वे अपने आपको भावी विधायक देखते हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कमलनाथ पर तंज कसा है। शिवराज के तंज कसने के बाद कमलनाथ का कहना है कि वो किसी पद की खोज में नहीं हैं, बल्कि वह तो प्रदेश का भविष्य सुरक्षित करना चाहते हैं।
आपको बता दें कि इस साल की शुरुआत में कांग्रेस ने ‘नया साल-नई सरकार’ का नारा दिया था। इसके बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने सड़कों पर बैनर-पोस्टर्स और होर्डिंग लगाकर कमलनाथ को प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री बताया। कुछ पोस्टर्स पर ‘छंटेगा अब अंधकार, आ रही है कमलनाथ सरकार’ जैसे नारे लिखे गए थे। लेकिन चुनावी साल में कांग्रेस में अब इसी बात को लेकर विवाद छिड़ गया है। इस बात से सीधे-सीधे अंदेशा लगाया जा सकता हे कि कांग्रेस में फिर से अंदरुनी गुटबाजी चल रही है।









