
उत्तर प्रदेश में स्थानीय निकाय की 27 विधान परिषद सीटों पर नतीजें आए, इनमें से 24 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी को जबरदस्त जीत दर्ज की है। जबकि तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने कब्जा जमाया है। वहीं प्रतापगढ़ विधान परिषद सीट से रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का फिर से जादू चला है।
MLC चुनाव में कुछ सीटों पर खास नजर भी थी। इसमें वाराणसी, प्रतापगढ़ और आजमगढ़ की सीट शामिल थी। वाराणसी, प्रतापगढ़ और आजमगढ़ में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है। वहीं प्रतापगढ़ में राजा भइया की बात करें तो उनका जलवा आज भी कायम है। अक्षय प्रताप सिंह 5वीं बार एमएलसी बने हैं।
राजा भैया ने दी BJP प्रत्याशी हरि प्रताप सिंह को मात
प्रतापगढ़ एमएलसी सीट पर बीजेपी प्रत्याशी हरि प्रताप सिंह को करारी मात खानी पड़ी है। एक बार फिर से राजा भैया का जादू कायम हो गया है। यहां पर कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप सिंह ने जीत दर्ज की है। जो राजा भैया ने जनसत्ता पार्टी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरें थे।
अक्षय प्रताप सिंह 1106 मतों से विजयी हुए हैं। उन्हें कुल 1720 मत मिले। भाजपा के हरी प्रताप सिंह को 614 वोट प्राप्त हुए। सपा के विजय बहादुर यादव 380 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे। इनवैलिड मतों की संख्या 62 रही, वहीं जनसत्ता दल के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश नाथ ओझा 14 को वोट मिले। इनके अलावा अक्षय प्रताप सिंह की पत्नी मधुरिमा सिंह को 5 मत मिले।
मोदी के गढ़ वाराणसी में निर्दलीय की जीत
उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भारतीय जनता पार्टी की करारी हार हुई है। चुनाव में भाजपा को तीसरा स्थान मिला। वाराणसी में एक बार फिर से बृजेश सिंह का दबदबा कायम रहा। एमएलसी चुनाव में उनकी पत्नी अन्नपूर्णा ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। अंतिम चक्र की मतगणना में सपा के उमेश यादव को 345, भाजपा के डॉ सुदामा पटेल को 170 वोट मिले। वहीं, निर्दलीय अन्न पूर्णा सिंह ने 4234 वोट हासिल कर जीत दर्ज की। दरअसल 24 वर्ष से बनारस की सीट पर सेंट्रल जेल में बंद बृजेश सिंह या उनके परिवार का ही कब्जा रहा है।