‘यहां अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं’- PM मोदी

@narendramodi/ Twitter
प्रधानमंत्री ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट कहे जाने वाले काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर का सोमवार को लोकार्पण किया।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने काशी का कायाकल्प करने का संकल्प किया। उन्होंने कहा, काशी विश्वनाथ धाम का ये परिसर केवल एक भव्य भवन भर नहीं है बल्कि ये हमारी संनातन सभ्यता का भी प्रतीक है।
यह भवन भारत की अध्यात्मिक आत्मा, प्राचिनता और परंपराओं का प्रतीक है।
पीएम ने आगे बताया कि परिसर का क्षेत्र जो पहले केवल तीन हजार वर्ग था, वो अब करीब 5 लाख वर्ग फीट हो जाएगा। क्षेत्र बड़ा होने से अब मंदिर परिसर में एक साथ 50 हजार से 75 हजार श्रद्धालु एक साथ दर्शन करेंगे।
मौके पर प्रधानमंत्री ने श्रमिकों, कारीगरों और इंजीनियरों का धन्यवाद किया, जिन्होंने इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अपने संबोधन में उन्होंने औरंगजेब का जिक्र करते हुए तंज कसा।
उन्होंने कहा, “यहाँ अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं।अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं।
अंग्रेजों के दौर में भी, वॉरेन हेस्टिंग का क्या हश्र काशी के लोगों ने किया था, ये तो काशी के लोग जानते ही हैं।”