
बादाम एक एनर्जी भंडार हैं। इसे खाने से शरीर स्वस्थ रहता है। बादाम के कई लाभ हैं। इस सुपरफूड को आयुर्वेद में भी अविश्वसनीय स्वास्थ्य लाभ बताया गया है। बादाम खाना वात असंतुलन, लकवा, नसों में दर्द और डीजेनेरेटिव डिजीज को कम कर सकता है। बादाम भी स्पर्म संख्या को बढ़ाने में मदद करता है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों का कहना है कि महिलाओं में पीरियड्स और नाक से खून की समस्याएं बादाम से ब्लीडिंग से दूर हो सकती हैं। याददाश्त भी इससे मजबूत होती है। बादाम के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, हालांकि वे इतने लाभकारी हैं।
बादाम खाने का सही तरीका क्या है
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों ने बताया कि आप बादाम को कई तरह से अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। बादाम को भिगोकर, छिलका उतारकर या कच्चा भी खाया जा सकता है। इसे भिगोकर खाना सबसे अच्छा है। इससे पाचन शक्ति बेहतर होती है, शरीर अधिक पोषक तत्व प्राप्त करता है और दिन भर ऊर्जावान रहता है।
एक दिन में कितने बादाम खाना चाहिए
आयुर्वेदिक डॉक्टर कहते हैं कि अधिक मात्रा में बादाम खाने से आंत की सेहत खराब हो सकती है, इसलिए हर दिन कम से कम पांच बादाम या सात से अधिक नहीं खाना चाहिए। इससे अपच और गैस्ट्रिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सुबह के ब्रेकफास्ट से पहले बादाम खाना सबसे अच्छा है। बादाम से दिन की शुरुआत करने से आप पूरे दिन ऊर्जा से भरपूर रहते हैं।
किसे बादाम नहीं खाना चाहिए
Experts कहते हैं कि सर्दी-खांसी से पीड़ित लोगों को बादाम नहीं खाना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार, बादाम कफ दोष को बढ़ा सकता है। बादाम खाने से खांसी और सर्दी में कफ खराब हो जाता है। बादाम को सही तरह से खाने से पूरा लाभ मिलता है।