UP: भारत द्वारा नेपाल में प्याज निर्यात पर रोक लेकिन नहीं रुक रही तस्करी

प्याज के बढ़ते हुए दामों को देखते हुए भारत सरकार ने नेपाल में प्याज निर्यात पर 31 मार्च 2024 तक रोक लगा दी है लेकिन भारत सरकार के द्वारा रोक लगाने के बाद से ही महराजगंज जनपद के भारत नेपाल सीमा पर प्याज की तस्करी तेज हो गई। दरअसल निर्यात पर रोक के बाद नेपाल में प्याज के दाम भारत की तुलना में दोगुना हो गए हैं जिसके कारण भारत नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठाकर तस्कर अब प्याज की तस्करी में लग गए हैं वही बॉर्डर पर लगी सुरक्षा एजेंसियां अब प्याज की तस्करी पर रोक लगाने में जुटी हुई है।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के निर्देश पर डायरेक्टर जनरल आफ फॉरेन ट्रेड के जारी सर्कुलर के बाद 8 दिसंबर से नेपाल में प्याज निर्यात पर 31 मार्च 2024 तक रोक लगा दी गई है। जिसके बाद से ही नेपाल में टमाटर के बाद अब भारत से प्याज की तस्करी शुरू हो गई है। इन दिनों नेपाल में प्याज का भाव थोक में भारत के तुलना में दुगना हो गया है और तस्कर इसका फायदा उठाने में लगे हैं। पगडंडियों के रास्ते प्याज को आसानी से नेपाल पहुंच कर मोटी रकम अर्जित कर रहे हैं। खुला बॉर्डर का लाभ उठाकर भारतीय बाजार से प्याज खरीद कर नेपाल में उसे दो से ढाई गुना दामों में बेच रहे हैं सूत्रों की माने तो नेपाल के प्याज पर रोक लगने के बाद इन दिनों भारत नेपाल सीमा पर कई इस तरह के रैकेट कम कर रहे हैं जो प्याज की तस्करी में संलिप्त है।
कस्टम के अधिकारियों का कहना है डीजीएफटी के नोटिफिकेशन के निर्देश क्रम में 31 मार्च 2024 तक नेपाल में प्याज निर्यात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है और इस क्रम में भारत नेपाल में बॉर्डर पर प्याज की तस्करी ना होने पाए इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर तैनात एसएसबी और पुलिस से संपर्क साधकर लगातार मदद ली जा रही है। वही प्याज की तस्करी की सूचना पर कार्यवाही भी की जा रही है। पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा ने भारत नेपाल बॉर्डर पर तस्करी पर रोक लगाने के लिए पुलिस कर्मियों को सख्त निर्देश देते हुए बताया कि समय समय पर तस्करी के प्याज भी बरामद किए जा रहे है।
(महराजगंज से अजय जसवाल की रिपोर्ट)
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