Hardik Pandya: क्रिकेट की दुनिया में हार्दिक पांड्या की एक अलग पहचान, देखें ये रिकॉर्ड

Hardik Pandya:
एक मैच जिसे सारा हिंदुस्तान भुला देना चाहता है, लेकिन इसी मैच ने हार्दिक पांड्या Hardik Pandya को हीरो बना दिया। आज हार्दिक पांड्या एक ब्रांड बन चुके हैं, लेकिन यह वही मैच था जिसके बाद क्रिकेट की दुनिया में हार्दिक पांड्या ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।
चैंपियंस ट्राफी 2017 का किस्सा
विराट कोहली की अगुआई में भारतीय टीम चैंपियंस ट्राफी 2017 के फाइनल में पहुंच चुकी थी। दूसरी तरफ सरफराज अहमद की अगुआई में पाकिस्तान फाइनल में पहुंची थी। 18 जून 2017 को फाइनल मैच खेला गया था। इस फाइनल मैच के पहले दुनिया भर के क्रिकेट एक्सपर्ट दावा कर रहे थे कि भारत आसानी से पाकिस्तान को फाइनल में रौंद देगा। ट्रॉफी किसी भी सूरत में इंग्लैंड से हिंदुस्तान जाएगी। जैसे 2023 वर्ल्ड कप फाइनल से पहले सब भारत को चैंपियन बता रहे थे।
काश, लोगों के प्रेडिक्शन के आधार पर ही ट्रॉफी का फैसला होता। पर इसके लिए फाइनल जीतना पड़ता है। पाकिस्तान दुनिया की सबसे अनप्रेडिक्टेबल टीम है, यह इस फाइनल के बाद और भी पक्का हो गया। चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल के दौरान भारत के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया।
पाकिस्तान के ओपनर
पाकिस्तान के ओपनर फखर जमान और अजहर अली ने पारी की शुरुआत की। भारत की तरफ से पहला ओवर भुवनेश्वर कुमार ने मेडन डाला। पाकिस्तान बेहद धीमी शुरूआत के साथ आगे बढ रहा था और चौथे ओवर में जसप्रीत बुमराह की एक गेंद पर फखर जमान कैच आउट हो गये लेकिन दुर्भाग्यवश जसप्रीत बुमराह ने ओवरस्टेप कर दिया था और गेंद नो बॉल हो गई।
फखर जमान इस वक्त महज 3 रन बना सके थे, जब वह नो बॉल पर आउट हुए थे। बुमराह की नोबाल का फायदा फखर जमान ने इस तरह उठाया कि पाकिस्तान की तरफ से चैंपियन ट्राफी फाइनल में पहली बार शतक ठोक दिया। अजहर अली ने 59 रन और फखर जमान ने 114 रन की शानदार पारी खेलकर पाकिस्तान को 33 ओवर तक 200 रन के स्कोर तक पहुंचा दिया था। इसके बाद बाबर आजम 46 रन और मोहम्मद हफीज 57 रन ने पाकिस्तान को 50 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 338 रन के स्कोर पर ला खड़ा किया था।
विशाल लक्ष्य का पीछा
339 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के टॉप आर्डर बल्लेबाजों के लिए मोहम्मद आमिर काल बनकर टूट पङे। पहले ही ओवर की तीसरी गेंद पर आमिर ने सबसे पहले रोहित शर्मा को आउट किया, उसके बाद अपने दूसरे और टीम के तीसरे ओवर में भारतीय कप्तान विराट कोहली को आउट करके आमिर ने भारत को तगड़ा झटका दे दिया था। महज 6 रन के स्कोर पर भारतीय टीम ने अपने सबसे बड़े योद्धाओं को खो दिया था।
युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी का किस्सा
भारतीय दर्शक सुन्न पड़ चुके थे। ओवल के स्टेडियम में खामोशी छा चुकी थी। पाकिस्तानी खिलाड़ी जोश में आ चुके थे। इस बीच मोहम्मद आमिर ने एक बार फिर से 9वें ओवर की आखिरी गेंद पर शिखर धवन को आउट करके भारत को तीसरा झटका दे दिया। 33 रन पर 3 विकेट खोने के बाद भारतीय टीम के लिए 339 रन का लक्ष्य आसान नहीं लग रहा था। इस बीच युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी बीच मैदान पर थे, तब उम्मीद बनी थी कि भारत अभी भी यह मैच जीत सकता है। 13 वें ओवर की आखिरी गेंद शादाब खान ने युवराज के पैड पर दे मारी और जोरदार अपील की लेकिन अंपायर ने नॉटआउट दे दिया।
शादाब खान जिद पर आ गए और सरफराज को रिव्यू लेने पर मजबूर कर दिया जिसमें युवराज सिंह आउट पाए गए। भारत 54 रन पर 4 विकेट गंवाकर और मुश्किल में फंस चुका था। इस बीच अगले ही ओवर में 54 रन के ही स्कोर पर महेन्द्र सिंह धोनी भी हसन अली का शिकार हो गए और अब तो सभी भारतीय क्रिकेट प्रशंसक एकदम सन्न हो गए। 17 वें ओवर में 72 रन के स्कोर पर केदार जाधव भी आउट होकर पवेलियन चले गये।
अपने खेल से सबको अपना दीवाना बना लिया
जब भारतीय टीम ने 72 रन के स्कोर पर अपने 6 विकेट गंवा दिए थे तब बीच मैदान एक ऐसे खिलाङी की एन्ट्री हुई, जिसने ऐसा खेल खेला कि अपने खेल से सबको अपना दीवाना बना लिया। हार्दिक पांड्या बीच मैदान आ चुके थे और अब भारत के आखिरी प्योर बल्लेबाज के रूप में जडेजा के साथ मिलकर पाकिस्तान के एक-एक गेंदबाजों को चुन चुन कर पीटना शुरू किया।
स्पिनरों को पीट-पाट के बराबर
सबसे पहले तो हार्दिक ने पाकिस्तान के स्पिनरों को पीट-पाट के बराबर किया और उनके ओवर में लगातार तीन-तीन छक्के जङना शुरू किया। हार्दिक के कत्लेआम का आलम यह था कि पाकिस्तान के खिलाड़ी भी कुछ समय के लिए सहम गये थे और डर गये थे कि कहीं हार्दिक अकेले ही यह मैच भारत को न जिता दें। एक तरफ हार्दिक छक्कों की बौछार कर रहे थे तो दूसरी तरफ से जडेजा उनको स्ट्राईक दे रहे थे।
दोनों के बीच लगभग 57 गेंद पर 80 रन की पार्टनरशिप भी बन गयी थी लेकिन जब हार्दिक 6 छक्कों और 4 चौकों की मदद से 43 गेंद पर 4 चौकों और 6 छक्कों के साथ 76 रन बना चुके थे, तभी एक गलतफहमी पर और जडेजा के ना भागने की वजह से वह रन आउट हो गये।
हार्दिक पांड्या भारत में एक सुपरस्टार
हार्दिक गुस्से में झुंझलाते हुए वापस पवेलियन लौट रहे थे और उधर भारतीय दर्शक भी मैदान से वापस लौट रहे थे। हार्दिक के आउट होने के बाद भारत महज 158 रन पर ऑलआउट हो गया और यह मैच 180 रन से हार गया था। भारत यह मैच और फाइनल तो हार गया था लेकिन भारतीय टीम को एक ऐसा ऑलराउंडर मिल चुका था, जो अपने दम पर कोई भी मैच पलट सकता था।
इस मैच के बाद हार्दिक पांड्या भारत में एक सुपरस्टार बन चुके थे और उधर जडेजा उस रनआउट की वजह से विलेन बन गए थे। लोग कह रहे थे कि काश जडेजा खुद रन आउट हुए होते, तो हार्दिक यह मैच भारत को जिता सकते थे। खैर जो भी हो लेकिन अकेले हार्दिक पांड्या ने जो पलटवार किया था, वह यादगार और ऐतिहासिक था।
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