
Rambhadracharya on Caste Census: बगहा के रामनगर में धार्मिक अनुष्ठान करने पहुंचे जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने राजनीतिक बयान दिया है। उनके बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। उनका यह बयान जातिगत जनगणना को लेकर आया है। उन्होंने जातिगत जनगणना पर ऐतराज जताया है।
Rambhadracharya on Caste Census: ‘हिंदुओं में भेद डालने की नीति’
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने बगहा के रामनगर में कथा के दौरान बिहार सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा की बिहार में जाति के आधार पर गणना करा कर हिंदुओं में भेद डालने की नीति अपनाई गई है। अब नीतीश एवं तेजस्वी बाबू को कौन समझाए कि ऐसी गलती न करो इस देश को जाति के आधार पर मत बांटो। उन्होंने कहा बेटा, यह जाति के आधार पर नहीं बंटेगा अब तो जो काम करेगा उसको वोट मिलेगा। साथ ही कहा की नोट कर लो, जो राम कृष्ण की बात करेगा वह भारत पर राज करेगा ।
Rambhadracharya on Caste Census: रामनगर में चल रही है नौ दिवसीय रामकथा
आपको बता दें कि रामनगर में जगद्गुरु रामभद्राचार्य की नौ दिवसीय रामकथा की शुरुआत हुई है। जगतगुरु रामभद्राचार्य के बयान से बिहार के राजनीतिक गलियारों में माहौल गर्म है।
जनगणना के बाद से ही जारी सियासी रार
बिहार में जनगणना के बाद से ही सियासी रार जारी है. विगत दो अक्टूबर को जारी हुए जनगणना के आंकड़े के बाद बिहार के सीएम नीतीश ने इस ऐतिहासिक क्षण बताया तो वहीं प्रदेश के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी इस पर सरकार की पीठ थपथापई थी। इस मामले में विपक्षी दलों में एक राय नहीं दिखाई दी। बीजेपी ने जहां इस गणना में श्रेय लेने की कोशिश की तो वहीं आंकड़ों पर सवाल भी उठाए। फिलहाल आंकड़े जारी होने के बाद राजनीतिक दलों में अतिपिछड़ों का हितैषी बनने की होड़ जारी है। दरअसल आंकड़ों में सबसे अधिक संख्या अतिपिछड़ों की ही थी।
रिपोर्ट: रंजीत पांडेय, संवाददाता, बगहा, बिहार
ये भी पढ़ें: जो कांधे पर बैठा कर दुनिया दिखाता… उसने ही कर दिया सिर धड़ से अलग