
Punjab : पंजाब राज्य सूचना आयोग ने अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस 2025 के उपलक्ष्य में चंडीगढ़ स्थित अपने कार्यालय में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर मुख्य राज्य सूचना आयुक्त इंदरपाल सिंह ने पंजाबी भाषा के महत्व को समर्पित एक दस्तावेजी फिल्म और एक चित्रकारी ब्रोशर जारी किया। चित्रकारी का कार्य राज्य सूचना आयुक्त हरप्रीत संधू द्वारा गहनता और जिम्मेदारी से किया गया था।
संरक्षण के महत्व पर जोर दिया
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इंदरपाल सिंह ने भाषाई विविधता और मूल भाषाओं के संरक्षण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मातृभाषा केवल संचार का माध्यम नहीं बल्कि हमारी गौरवशाली विरासत और पहचान का सार है।
योगदान देने की अपील की
उन्होंने कहा अपनी मूल भाषाओं को संभालना और प्रोत्साहित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आने वाली पीढ़ियाँ अपनी सांस्कृतिक जड़ों से गहराई से जुड़ी रहें। पंजाबी भाषा की विरासत को उजागर करते हुए इंदरपाल सिंह ने कहा कि यह महान गुरुओं और पूर्वजों द्वारा दी गई धरोहर और पंजाब की सांस्कृतिक पहचान है। उन्होंने सभी से अपनी मातृभाषा पर गर्व करने और इसके विकास एवं मान्यता में योगदान देने की अपील की।
मातृभाषा संस्कृति की आत्मा
राज्य सूचना आयुक्त डॉ. भुपिंदर सिंह बाठ वरिंदरजीत सिंह बिलिंग हरप्रीत संधू और पूजा गुप्ता ने भी इस बात पर जोर दिया कि मातृभाषा संस्कृति की आत्मा होती है लोगों को उनकी जड़ों से जोड़ती है और पीढ़ी-दर-पीढ़ी ज्ञान परंपराओं और इतिहास को संरक्षित रखती है।
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