
दक्षिण कोरिया में हुई सैन्य परेड के मौके पर अमेरिकी सैनिक भी शामिल हुए और इसमें कई तरह के हथियारों का प्रदर्शन किया गया। इस परेड में उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच तनाव कम हो रहा है और इसके पीछे उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों का भी प्रभाव हो सकता है। इस परेड में दक्षिण कोरिया ने महाविनाशक हथियारों के प्रदर्शन किया और सड़कों पर टैंक और मिसाइल जैसे शस्त्रों का प्रदर्शन किया। इसे सशस्त्र बलों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ पर किया गया था।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक योल ने इस परेड के मौके पर उत्तर कोरिया पर चेतावनी दी और कहा कि अगर वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करता है तो उसके शासन को समाप्त कर दिया जाएगा। यह परेड 2013 के बाद पहली बार हुआ है और इसमें अमेरिकी सैनिकों का भी भाग था, जिनमें खतरनाक टैंक और उच्चतम तकनीकी ड्रोन शामिल थे।
इस परेड से दक्षिण कोरिया का उद्देश्य दिखाने के साथ-साथ यह भी था कि वह अब बड़े हथियार निर्यातक बन चुका है और विश्व में अपनी भूमिका को मजबूत कर रहा है।
अमेरिकी सैनिकों ने भी लिया भाग
इस परेड में दक्षिण कोरिया के सैनिकों के साथ अमेरिकी सैनिक भी शामिल हुए. कुल 300 अमेरिकी सैनिकों ने इसमें भाग लिया. इसमें जिस तरह के हथियारों की प्रदर्शनी की गई, उससे उत्तर कोरिया के नेता लीडर किम जोंग की चिंता भी जरूर बढ़ेगी, क्योंकि इनमें हाईटेक ड्रोन के साथ-ससाथ खतरनाक टैंक भी शामिल थे।
दक्षिण कोरिया की ये है हसरत
इस कार्यक्रम में जिस तरह से दक्षिण कोरिया ने अपने हथियारों की प्रदर्शनी की है उससे साफ होता है कि उसका लक्ष्य सिर्फ अपने हथियार दिखाना नहीं था, बल्कि वह दुनिया को बताना चाहता था कि अब वह भी काफी आगे निकल चुका है. राष्ट्रपति यून ने कहा कि वह अपने देश को अमेरिका, रूस और फ्रांस के बाद दुनिया का चौथा सबसे बड़ा हथियार निर्यातक बनाना टागचे हैं. हालांकि उनके लिए यह इतना आसान नहीं होगा।
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