इमरान खान फिर से भारत के पक्ष में बोले, कहा- हिंदुस्तान के खिलाफ बोलने की जुर्रत किसी में नहीं

इमरान खान ने एक बार फिर से भारत के पक्ष में तारीफों का पुल बांधा है। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव से कुछ घंटे पहले राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज से 26 साल पहले जब मैंने अपनी पार्टी तहरीक ए इंसाफ शुरू किया। लेकिन जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया, उससे मैं मायूस हूं लेकिन मैं फैसले का सम्मान करता हूं।
उन्होंने कहा कि मैं एक बार ही जेल गया हूं। मेरा ईमान है कि जबतक मुल्क का इसाफ नहीं हो जाता, मैं इंसाफ की बात करूंगा। अपने संबोधन के दौरान इमरान खान ने भारत की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान एक खुद्दार देश है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खाने ने भारत के पक्ष में बोलते हुए कहा कि हम कोई टिश्यू पेपर नहीं जो कोई भी इस्तेमाल कर ले। हमारी विदेश नीति ऐसी होनी चाहिए कि हम दूसरे के लिए काम में आ सके। भारत को देख लें, किसी की जुर्रत नहीं है कि भारत के साथ कोई इस तरह की बात कर ले।
इमरान खान ने कहा कि हमारे एंबेसडर से जो कहा गया वो भारत के एंबेसडर से कह सकते हैं क्या? युवाओं को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि मैं हमेशा आपके साथ हूं और आपके बीच में रहूंगा। मेरा कोई भी पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है। मैं भगवान का शुक्रिया करता हूं। जब विपक्ष मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया तो मैंने नेशनल असेंबली भंग कर दी और जनता के पास पहुंच गया।
अमेरिका के लोग पाकिस्तान के लोगों से पहले से मिल रहे थे
इमरान खान ने कहा कि अमेरिका के डिप्लोमेट्स हमारे देश के लोगों से कुछ महीने पहले से मिल रहे हैं। हमारे लोगों ने मुझे बताया कि अमेरिका ने हमें बुलाया और कहा कि अविश्वास प्रस्ताव आने वाला है। पूरी स्क्रिप्ट पहले से चल रही थी। मेरा सबसे बड़ा जुर्म ये है कि मैंने ड्रोन अटैक्स की मुखालफत की।