सिद्धार्थनगर में इलाज के नाम पर जमकर चल रही है ठगी, उधार लेकर इलाज कराने को मजबूर मरीज

उत्तर प्रदेश में जहां एक तरफ सरकार स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर बड़े-बड़े दावें करती हुई नजर आ रही है। तो वहीं सरकारी और प्राईवेट अस्पताल अपनी मनमानी करते हुए नजर भी आ रहे है। बता दें खबर उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर से है, जहां पर मेडिकल कॉलेज में अपने बेटे का ऑपरेशन कराने आई एक गरीब महिला ने एक डॉक्टर पर पैसे लेकर ऑपरेशन ना करने का आरोप लगाया है। जब पूरा मामला मीडिया में आया तो मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने इस मामले की जांच के आदेश दिए है।
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क्या है पूरा मामला
खबर उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर से है जहां पर एक मेडिकल कॉलेज के ऊपर पैसे लेकर ऑपरेशन ना करने का आरोप लगा है। बता दें भगवान का रूप कहे जाने वाले चिकित्सकों को शर्मसार करने का यह मामला सिद्धार्थनगर जिले के मेडिकल कॉलेज में आरथोपैडिक डिपार्टमेंट से जुड़ा है। जिले के एक गरीब परिवार ने मेडिकल कॉलेज में तैनात ऑर्थोपेडिक सर्जन पर आरोप लगाया है कि सड़क दुर्घटना में घायल अपने 25 वर्षीय नौजवान बेटे साहिद का इलाज कराने वह मेडिकल कॉलेज आए। यहां पर हड्डी के डॉक्टर आकाश मद्धेशिया ने उनके बेटे का इलाज शुरू किया। जिसके बाद परिजनों का कहना है कि डॉ आकाश ने उनके बच्चे के इलाज के लिए ऑपरेशन के नाम पर 5 हज़ार रुपये मांगे। गरीब होने के बावजूद उन लोगों ने उधार लेकर डॉक्टर को पैसे दिए।
डॉक्टर ने उनके बेटे का एक ऑपरेशन करने के बाद दूसरे ऑपरेशन के लिए और पैसे की मांग शुरू कर दी। हालांकि इस मामले में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सलिल श्रीवास्तव ने कहा कि उनकी जानकारी में उक्त बातें है। मरीज के हड्डी का ऑपरेशन होना था। एक ऑपरेशन हो चुका है इसका दूसरा ऑपरेशन भी होना है लेकिन दूसरा ऑपरेशन यहां फिलहाल संभव नहीं हो पा रहा है। इसलिए इस मरीज को गोरखपुर रेफर किया जा रहा है। जहां तक मरीज से अवैध तरीके से पैसे लेने की बात है तो इसके लिए वह जांच टीम का गठन कर रहे है किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
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रिपोर्ट: रवि गुप्ता