क्या सूर्यकुमार को वर्ल्ड कप के प्लेइंग XI में जगह मिल सकती है?

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सूर्यकुमार यादव की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी देखकर सहवाग ने कहा है कि सूर्या अपनी बल्लेबाजी से विरोधियों में डर पैदा करते हैं। वीरेंद्र सहवाग ने सूर्यकुमार यादव को लगातार 2 अर्धशतक जड़ता देखकर कहा कि मैं उनके लिए खुश हूं। वह भारतीय टीम के एक्स फैक्टर हैं। काफी खिलाड़ियों के पास उस गियर में खेलने की क्षमता नहीं होती, जिस गियर में सूर्यकुमार यादव बल्लेबाजी करते हैं।
सूर्यकुमार यादव के पास अपने खेल से विरोधी टीमों में डर पैदा करने की काबिलियत है। वह आने वाले वक्त में भारतीय टीम के एसेट होंगे। सूर्यकुमार यादव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले 2 वनडे मैचों में नंबर 6 पर बतौर फिनिशर बल्लेबाजी की और दोनों बार धुआंधार अर्धशतक जड़ दिया। जैसा शोर विराट, रोहित और धोनी की एंट्री पर स्टेडियम में गूंजा करता है, कुछ वैसा ही शोर इंदौर ODI में सूर्यकुमार यादव की एंट्री पर सुनाई पड़ा।
8 अक्टूबर को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वर्ल्ड कप मैच के लिए मैदान पर उतरेगी, तो उसकी प्लेइंग XI कैसी होगी? कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ किन 11 खिलाड़ियों को मौका देंगे? ये सवाल पिछले कई दिनों से उठ रहे थे। एशिया कप की खिताबी जीत ने इसका काफी हद तक जवाब दे दिया था और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज ने मामला पूरी तरह साफ कर दिया। ये सवाल फिलहाल इसलिए पूछा जा रहा है क्योंकि अभी तक जो भी उम्मीदें लगाई जा रही थीं और जिस तरह की प्लेइंग XI की चर्चा हो रही थी, उसे सूर्यकुमार यादव ने अपनी 2 पारियों से जबरदस्त झटका दिया है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मार्च में लगातार 3 मैचों में 1-1 गेंद खेलकर खाता खोलने में भी नाकाम रहे सूर्या ने मौजूदा वनडे सीरीज के दोनों मैचों में लगातार अर्धँशतक जमाए और दोनों बार छठे नंबर पर आकर ये भूमिका निभाई। मोहाली में सूर्यकुमार यादव ने मुश्किल स्थिति में आकर केएल राहुल के साथ पारी को संभाला और सबको चौंकाते हुए अपने खेल को बदलते हुए 19 महीने बाद वनडे अर्धशतक जमाया था। सूर्यकुमार यादव ने ताकतवर स्ट्रेट ड्राइव करते हुए चौके हासिल किए थे और पूरी पारी में एक भी स्वीप शॉट नहीं खेला था।
पहले मैच में सूर्यकुमार यादव ने राहुल के साथ 83 गेंद पर 80 रनों की पार्टनरशिप की थी। सूर्या के आउट होने के बाद भारत को जीत के लिए 20 गेंद पर सिर्फ 12 रनों की आवश्यकता थी। उस मैच को वो फिनिश नहीं कर पाए, लेकिन टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचा चुके थे। इंदौर में सूर्या ने फिनिशर वाली भूमिका को अच्छे से अंजाम दिया और वो ही रूप दिखाया, जिसकी ख्वाहिश और उम्मीद कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा और सूर्या के कई समर्थक कर रहे थे।
पहले बल्लेबाजी कर रही भारतीय टीम के 41वें ओवर में आकर सूर्या ने टी-20 वाले अंदाज में धुआंधार पारी खेली और सिर्फ 37 गेंदों में 6 चौकों और 6 छक्कों के साथ 72 रन बनाकर टीम को 399 रन तक ले गए। सूर्या का यही अंदाज उन्हें टीम इंडिया के बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाता है और इसलिए उन्हें इतना समर्थन मिला है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सूर्यकुमार यादव को वर्ल्ड कप के प्लेइंग XI में जगह मिल सकती है? या इस प्रदर्शन के बाद भी उन्हें इंतजार करना पड़ेगा?