
Mohan Yadav Road Safety : भोपाल में आयोजित सड़क सुरक्षा कार्यशाला के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सड़कें हमारी ज़िंदगी की राहें हैं. उन्होंने बताया कि भविष्य में राजमार्गों के निर्माण और योजनाओं के क्रियान्वयन से न सिर्फ दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा, बल्कि जनहानि को कम करने में भी मदद मिलेगी.
आधुनिक तकनीक और नवाचार का समावेश
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना में आधुनिक तकनीक, नवाचार और आईआईटी के अनुभव को शामिल किया गया है. यानी इस काम में हर पहलू का ख्याल रखा गया है. उन्होंने कहा, “दीपावली के मौके पर हम महालक्ष्मी की पूजा करते हैं, लेकिन जान की हिफाज़त करने वाले आप सभी को मैं दिल से सलाम करता हूँ.”
“जीयो और जीने दो” का मंत्र
डॉ. मोहन यादव ने ज़ोर दिया कि हम “जीयो और जीने दो” के मंत्र पर काम कर रहे हैं. आज के समय में राजमार्ग हमें सौगातें भी दे रहे हैं और चुनौतियाँ भी. ऐसे में ज़रूरी है कि हर कदम सोच-समझ कर उठाया जाए.
अमृत कुंभ का मंथन
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी यह विचार यात्रा, जिसे उन्होंने अमृत कुंभ का मंथन कहा, निश्चित ही फलदायी और असरदार साबित होगी. आज की इस कार्यशाला में हुई चर्चाओं और मंथन से निकले अमृत की वजह से हमारा प्रदेश अब देश के श्रेष्ठ राज्यों में पाँचवें स्थान से बढ़कर प्रथम स्थान की तरफ बढ़ेगा.
सड़क सुरक्षा: सिर्फ नियम नहीं, ज़िंदगी की हिफाज़त
डॉ. मोहन यादव की बातों से साफ़ है कि सड़क सुरक्षा सिर्फ नियमों की बात नहीं है, बल्कि यह हर नागरिक की ज़िंदगी की हिफाज़त करने का पैग़ाम भी है. इस कार्यशाला ने यह संदेश दिया कि अगर हम सोच-समझ कर और टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल करें, तो सड़कें हिफाज़त और सुरक्षा की मिसाल बन सकती हैं.