Etawah : ‘जिंदगी से हारा तो परिवार को मौत के घाट उतारा, खुद भी ट्रेन के आगे लेटा लेकिन बच गया’

बच्चे और पत्नी का फाइल फोटो(बाएं और मध्य), पिता (दाएं)
Painful Story of a Family : इटावा में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां एक शख्स ने अपने बच्चों और पत्नी को मौत की नींद सुला दिया. इसके बाद वो खुद को भी खत्म करने वाला था. उसने बताया कि उसने भी फांसी लगाने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी. हारकर ट्रेन के ट्रैक पर लेट गया लेकिन ट्रेन की सात बोगी उसके ऊपर से गुजर गईं और फिर भी वो चल गया. युवक ने कैमरे के सामने अपना बेहिचक अपना गुनाह कबूल किया.
आठ दस साल से था परेशान
मामला इटावा का है. यहां सराफा कारोबारी मुकेश वर्मा ने अपने दो बच्चों और पत्नी को मार दिया. उसने बताया कि पिछले 8-10 साल से उनका परिवार काफी परेशान चल रहा था. बीते दो सालों में परेशानी इतनी बढ़ गई कि वो उसे सहन नहीं कर पा रहे थे.
पत्नी ने कहा सबको साथ लेकर चलना
वकौल मुकेश उन्होंने अपनी पत्नी से कहा कि वो मरना चाहते हैं. इस पर उनकी पत्नी ने कहा कि ऐसा न करना. अगर करना तो हम सब को साथ लेकर चलना. पत्नी का कहा कि मेरे मायके में भी कोई इतना सक्षम नहीं है जो हमारी परेशानी झेल पाए. बच्चे बड़े हो रहे हैं. उनके भी खर्च हैं. मुकेश ने बताया कि करवाचौथ से एक दिन पहले वो ये करने वाले थे लेकिन पत्नी के कहने पर टाल दिया. इसके बाद एक रोज वो नींद की कई गोलियां लेकर आए. उसे बच्चों और पत्नी को खिला दिया.
बच्चों ने पूछा पापा क्या कर रहे हो…
मुकेश ने बताया पत्नी ने कई बार फांसी के फंदे पर लटकने की कोशिश की लेकिन असफल रही. पत्नी का भी गला घोंट दिया. नींद में तीनों बच्चों का गला घोंटा. इस दौरान बच्चों ने पूछा कि पापा क्या कर रहे हो तो मुकेश ने कहा तुमको अपने साथ ले जा रहे हैं. अकेला नहीं छोड़ सकते. मुकेश ने कहा कि उसे लगा जब फांसी नहीं लग पा रही तो वो ट्रेन से कटकर जान दे दे. उसके बाद ट्रेन से आगे लेट गए। लेकिन हम बच गए। हमें इन सबकी हत्या करने का कोई पछतावा नहीं है। सात डिब्बे मेरे ऊपर से गुजर गए। तब भी मैं बच गया, किस्मत की ही बात है। मुझे हत्या करने का कोई पछतावा नहीं है।
वहीं पुलिस अब इस मामले की आत्महत्या, हत्या सहित हर पहलु पर जांच कर रही है. मृतका रेखा वर्मा(मुकेश की पत्नी) के भाई ने कहा कि असल मामला मुकेश से पूछताछ के बाद ही सामने आ सकेगा. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि परिवार में विवाद की कोई भी बात उनके सामने नहीं आई थी. लेकिन बताया जाता है कि मुकेश ने आत्महत्या करने से पहले पुलिस को मामले की सूचना दी थी इसके बाद फोन स्विच ऑफ कर लिया था. इसके बाद पुलिस ने मुकेश को रेलवे ट्रैक के पास से पकड़ा. अब ऐसे में कई सवाल खड़े होते हैं कि आखिर क्या है प्लान्ड मर्डर है या मास सुसाइड का केस. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
रिपोर्टः चंचल संजय दुबे, संवाददाता, इटावा, उत्तरप्रदेश
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