Bihar: चौसा में राकेश टिकैत बोले… किसानों पर लाठीचार्ज सरकार के इशारे पर

Rakesh tikait in Bihar

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Rakesh tikait in Bihar: चौसा में किसानों पर हुआ लाठीचार्ज बिहार सरकार के इशारे पर हुआ है. बक्सर के पदाधिकारी ने पुलिस के सहयोग से लाठीचार्ज कराया और यह प्रयास किया कि दहशत फैलाकर आंदोलन को दबा दिया जाए, लेकिन इस दमनकारी नीति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यदि सरकार ने इस पर कोई उचित निर्णय नहीं लिया तो चुनाव के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा यहीं पर डेरा डाल दिया जाएगा.” यह कहना है किसान नेता राकेश टिकैत का. वह चौसा के किसानों से मिलने तथा फिर जिला मुख्यालय में किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए के लिए बक्सर पहुंचे हुए हैं.

उचित मुआवजा मिलने से पहले खत्म नहीं होगा आंदोलन

उन्होंने चौसा में किसानों से मिलने के बाद यह कहा कि सरकार ने किसानों पर लाठी चार्ज कराया है क्योंकि वह आंदोलन को खत्म कराना चाहती है लेकिन आंदोलन उचित मुआवजा मिलने तक खत्म नहीं होगा. यदि प्रशासन और सरकार के द्वारा किसानों की खड़ी फसल को काटने नहीं दिया गया तो किसान अपनी फसल में आग लगा देंगे जिससे कि कंपनी में भी आग लगेगी. इस दौरान यदि किसी किसान की मृत्यु हुई तो उसका दाह-संस्कार प्लांट के अंदर ही किया जाएगा.

पुलिस कैम्प के विरोध में लगेगा किसान कैम्प

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब भारत सरकार की दमनकारी नीति के विरुद्ध दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर 13 महीने तक आंदोलन चल सकता है तो बक्सर में भी क्यों नहीं? जब उनसे यह पूछा गया कि यहां पुलिस द्वारा कैंप लगाने की योजना है तो उन्होंने कहा कि यदि पुलिस का कैंप लगेगा तो संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले उनके नेतृत्व में किसान भी यहां कैंप लगा सकते हैं. उन्होंने कहा कि किसानों से वार्ता के बाद प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता की जाएगी. इसके बाद आंदोलन की रणनीति को धार दी जाएगी. आंदोलन के दौरान किसी भी प्रकार के नुकसान की सारी जिम्मेदारी प्रशासन और कंपनी की होगी.

अलर्ट मोड में जिला प्रशासन

उधर किसान नेता के बक्सर आगमन की सूचना पर जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है. आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के कारण अलग-अलग स्थानों पर जांच अभियान चलाया जा रहा है और वाहनों की जांच भी लगातार जारी है.

रिपोर्टः चन्द्रकांत, संवाददाता, बक्सर, बिहार

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