Bihar: सरकारी फरमान के चक्कर में चली गई मरीज की जान!

मामले की जानकारी देता मृतक का परिजन(बाएं)।
Patient Died due to Ambulance Crises: बिहार के सरकारी अस्पतालों की ओर से चलने वाली एंबुलेंस केवल बिहार में ही मरीजों को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाएंगी। वह प्रदेश के बाहर नहीं जाएंगी। यह स्थिति तब सोचनीय हो जाती है जब मरीज के लिए बनारस पास और पटना उससे दोगुनी दूरी पर हो। फिर भी मरीज को पटना ले जाने की बात कही जाए जबकि उसे जल्द से जल्द इलाज की जरूरत हो।
Patient Died due to Ambulance Crises: बनारस 80, पटना 195 किलोमीटर दूर
ऐसी एक घटना कैमूरे जिले में हुई। आरोप है कि यहां इलाज के लिए मरीज के परिजनों ने एंबुलेंस को 80 किलोमीटर दूर बनारस ले जाने को कहा लेकिन नियमों के पेंच में फंसकर एंबुलेंस वहां भेजने को संबंधित अधिकारी तैयार नहीं हुए। वह एंबुलेंस पटना भेजने के लिए तैयार थे। इसी बहस के बीच मरीज ने दम तोड़ दिया।
परसिया गांव के पास हुई थी दुर्घटना
भभुआ मोहनिया पथ के परसिया गाँव के पास ऑटो और बाइक की टक्कर में तीन लोग घायल हो गए। इसमें दो महिला और एक पुरुष सभी का इलाज भभुआ सदर अस्पताल में किया जा रहा था। अधेड़ व्यक्ति की हालत गंभीर होने से डॉक्टरों ने उसे पटना रेफर किया।
मरीज को बनारस ले जाना चाहते थे परिजन
मरीज के परिजन उसे पटना के बदले बनारस ले जाना चाहते थे लेकिन एंबुलेंस से उन्हें वहां नहीं भेजा गया। इस घटना में मरीज की मौत हो गई। मरीज के परिजनों ने सदर अस्पताल में जमकर हंगामा किया। पुलिस पहुंची तो मामला शांत कर शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
डॉक्टर पर भी लापरवाही का आरोप
वही मरीज के रिश्तेदारों का आरोप था कि घायल को सदर अस्पताल इलाज के लिए लाया गया। एक मरीज का मामला गंभीर था। डॉक्टर ने उसे एक्स रे कराने के लिए भेजा। जब मरीज एक्स रे के बाद लौटा तो डॉक्टर कही चले गए। 2 घंटे इंतजार के बाद डॉक्टर आए तो मरीज को पटना रेफर कर दिया। हम उसे बनारस ले जाना चाहते थे लेकिन एंबुलेंस भेजने से इनकार कर दिया गया।
परिजनों पर देरी का आरोप
वही सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ बिनोद कुमार ने बताया कि एक मरीज आया था। मामला इमरजेंसी का था। उसे पटना रेफर किया गया। मरीज बनारस जाना चाहता था। परिजनों ने एंबुलेंस में काफी देर कर दी। जिसके कारण मरीज की मौत हो गई।
‘बिहार सरकार का आदेश’
उन्होंने कहा, बिहार सरकार का स्वास्थ्य विभाग की 102 एंबुलेंस सेवा के लिए आदेश है कि कोई एम्बुलेंस बिहार के मरीजों को लेकर प्रदेश से बाहर नहीं जाएगी। वहीं अगर देखा जाए तो भभुआ से बनारस की दूरी 80 किलोमीटर है, जबकि पटना 195 किलोमीटर दूर है।
रिपोर्टः प्रमोद कुमार, संवाददाता, कैमूर, बिहार
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