ताड़ी नेचुरल जूस, शराब बंदी के नाम पर गरीबों का शोषणःजीतनराम मांझी

Jeetanram manjhi
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने शराब बंदी कानून को लेकर प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लिया है। बिहार के मदनपुर प्रखंड सिरौंधा गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि शराबबंदी के नाम पर सरकार गरीबों का शोषण कर रही है। वहीं अपने बयान में उन्होंने ताड़ी को नेचुरल जूस बताया। उन्होंने कहा कि इसे निकालने और बेचने में बिहार की गरीब बहू-बेटियां भी काम करती थीं। लेकिन सरकार के दबाव में पुलिस उन्हें सता रही है।
‘लाखों गरीब जेल में बंद, दाने-दाने को मोहताज’
जीतनराम मांझी ने कहा कि शराबबंदी सही है लेकिन उसकी आड़ में सिर्फ गरीबों को सताया जा रहा है। लाखों गरीबों को शराब बंदी कानून की आड़ में जेल में डाल दिया गया है। इन लोगों के परिवार दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि शराब के बड़े-बड़े माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। इस कानून के नाम पर झोपड़ी वालों को ही सताया जा रहा है।
‘दुनिया में सिर्फ दो ही जाति, मनुवादी व्यवस्था ने हमें बांटा’
कार्यक्रम के दौरान जीतनराम मांझी ने कहा कि इस दुनिया में सिर्फ ही जाति हैं पहली अमीर और दूसरी गरीब लेकिन मनुवादी व्यवस्था ने हमें बांट दिया। हम सभी एक हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने मनु स्मृति को जलाकर कोई गलत काम नहीं किया। हमें बाबासाहब के बताए रास्ते पर चलना चाहिए।
रिपोर्टः दीनानाथ माऔर, औरंगाबाद, बिहार
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