
उत्तर प्रदेश के उन्नाव से बीते दो महीने से लापता दलित लड़की का शव सपा नेता के खेत में मिलने से बवाल पैदा है गया है। उन्नाव के कब्बा खेड़ा गांव में सपा सरकार में मंत्री रहे दिवंगत नेता फतेह बहादुर सिंह की ख़ाली पड़ी ज़मीन से ये शव बरामद हुआ है।
लड़की 8 दिसंबर को लापता हुई थी। जिसके बाद 9 दिसंबर को लड़की की माँ ने फ़तेह बहादुर सिंह के बेटे रजोल सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
मामले में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजतक से बातचीत में कहा है कि समाजवादी पार्टी के नेता फ़तेह बहादुर सिंह का निधन हो चुका है। आरोपी रजोल सिंह से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। न ही वो पार्टी के सदस्य हैं।
मामले में अखिलेश यादव ने पुलिस कार्यवाही पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा जब एफआईआर दो महीने पहले से दर्ज थी, तो पुलिस को कार्यवाही में इतना वक्त क्यों लगा?
अखिलेश ने कहा, ”पुलिस किस बात का इंतजार कर रही थी. क्या पुलिस सो रही थी? यूपी की पुलिस क़ानून व्यवस्था को बेहतर करेगी या नहीं?”
मामले में शुरु हुई राजनीति
लेकिन मामले में अब राजनीति गरमा गई है। बसपा सुप्रीमों मायावती ने ट्विटर पर विरोध जताता हुए कहा, ”उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफ़नाया हुआ शव बरामद होना अति-दुःखद व गंभीर मामला है। परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक कर रहे थे। राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के ख़िलाफ़ तुरंत सख़्त कानूनी कार्रवाई करे।”
दलित लड़की का शव सपा नेता की खेती जमीन पर मिलने के बाद उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए ट्वीट में कहा, ”अखिलेश यादव जी सपा नेता के खेत में दलित बेटी का शव बरामद,जब बेटी की माँ आपकी गाड़ी के सामने गिड़गिड़ा रही थी तो उनकी बात नहीं सुनना और सपा नेता का संरक्षण करोगे। नई सपा में सपाइयों का हर घिनौना अपराध माफ करोगे,जाँचकर दोषी को दंड पीड़ित को न्याय दिलाने कसर नहीं छोड़ेंगे।”