श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया के इस्तीफे के बाद, रानिल विक्रमसिंघे ने कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में ली शपथ
Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में पिछले कुछ महीनों से चल रहे सियासी संकट के बीच आज वहां के पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को फिलहाल के लिए कार्यवाहक राष्ट्रपति चुना गया है। हालांकि वहां सियासी घमासान रुकने का नाम बिल्कुल ही नहीं ले रहा है। बता दें वहां के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे पहले ही देश छोड़कर भाग गए हैं। फिलहाल खबरों के अनुसार वो सिंगापुर चले गए है। हालांकि श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने गुरुवार को अपना इस्तीफा दे दिया था।
यह भी पढ़ें: मंकीपॉक्स पर स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन जारी, कहा-‘संदिग्धों की टेस्टिंग होगी तेज’
उनके इस्तीफे के तुरंत बाद कोलंबो की सड़कों पर जश्न का माहौल देखने को भी मिला है। बता दें सारे प्रदर्शनकारी गोतबाया राजपक्षे के इस्तीफे को अपनी जीत के रूप में देख रहे हैं। इसी के साथ गुरुवार देर रात कई लोग कोलंबों की सड़कों पर निकले और जश्न मनाया। दूसरी ओर, प्रदर्शनकारी अब कब्जाई गईं अहम सरकारी इमारतों से भी हटने लगे हैं।
#WATCH | Yes resignation has been accepted, legal process will follow…Members will be invited tomorrow (to elect a President): Sri Lanka Speaker Mahinda Yapa Abeywarden confirms President Gotabaya Rajapaksa's resignation pic.twitter.com/jLomNW64Cq
— ANI (@ANI) July 15, 2022
कार्यवाहक राष्ट्रपति बने विक्रमसिंघे
श्रीलंका में चल रहे आर्थिक हालात को देखते हुए वहां की संसद अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने ने बताया, गोतबाया राजपक्षे का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। इसी के तहत कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया की अब नया राष्ट्रपति चुने जाने तक पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे वहां के कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में काम करेंगे। इसी के साथ नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सांसदों को कल बुलाया गया है। इसी के साथ ये कयास लगाया जा रहा है कि श्रीलंका के अगले राष्ट्रपति का चुनाव बुधवार को हो सकता है।
सिंगापुर के निजी दौरे पर गए गोतबाया
खबरों के अनुसार श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे बृहस्पतिवार को सिंगापुर पहुंच गए है। इससे पहले वह अपने देश से फरार होकर मालदीव पहुंच गए थे। इस मसले पर सिंगापुर सरकार ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि राजपक्षे यहां निजी यात्रा पर हैं, उन्हें कोई शरण नहीं दी गई है। सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस बात की पुष्टि हो गई है कि राजपक्षे को सिंगापुर में निजी यात्रा के तौर पर प्रवेश की अनुमति मिली है।
यह भी पढ़ें: सुष्मिता सेन जल्द ही करेंगी ललित मोदी से शादी, तस्वीरें देख हैरान हो जाएंगे आप