वायरल वीडियो ने खोली भ्रष्ट सिस्टम की पोल, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने दी पंचायत सचिव को रिश्वत

एक ओर सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं तो वहीं यूपी के बदायूं में किस कदर भ्रष्टाचार हावी है जिसकी पोल यह वायरल वीडियो खोलता दिख रहा है। दरअसल पूरा मामला बदायूं जिले के ब्लाक क्षेत्र आसफपुर के पिसनहारी गांव का है। जहां ग्राम पंचायत सदस्य की शिकायत पर जिला विकास अधिकारी अपनी टीम के साथ गांव में विकास कार्य की जांच करने के लिए पहुंचे थे।
इसी दौरान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने पंचायत सचिव को मौका देखते ही रिश्वत दी तो सचिव ने भी रिश्वत लेने में कोई गुरेज नहीं किया लेकिन इसी दौरान शिकायतकर्ता ने रिश्वत लेने व देने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर आरोप लगाया है कि जांच को प्रभावित कराने के लिए प्रधान ने सचिव को रिश्वत दी है। वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन की जमकर फजीहत होती दिख रही है।
दरअसल आसफपुर के पिसनहारी गांव निवासी विशाल यादव ने ग्राम पंचायत में धांधली की उच्च अधिकारियों से शिकायत की थी। उनकी पत्नी ग्राम पंचायत सदस्य हैं उन्होंने ग्राम पंचायत में हुए विकास कार्य की जांच कराने के लिए एक शिकायती पत्र अधिकारियों को दिया था अधिकारियों ने शिकायतकर्ता की शिकायत पर गांव में हुए विकास कार्य की जांच कराने के लिए एक टीम गठित की थी जिसमें जिला विकास अधिकारी सहित अन्य कर्मचारियों को जांच टीम में नामित किया था वहीं नामित जांच टीम में शामिल जिला विकास अधिकारी गांव में जांच करने के लिए पहुंचे उन्होंने शिकायतकर्ता की बिंदुवार शिकायत के आधार पर जांच की जिसमें कई चीजों पर नाराजगी जताई और शिकायतकर्ता ने बताया कि उसी दौरान आरोपी ग्राम प्रधान ने जांच से बचने के लिए जांच अधिकारियों के साथ आए सचिव राजीव कुमार को चुपचाप रिश्वत दी जिसका वीडियो वहीं किसी ने बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ग्राम प्रधान सचिव को किस तरह से चुपचाप रुपए देते नजर आ रहे हैं अब देखना होगा कि खबर चलने के बाद अधिकारियों द्वारा ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों पर क्या कार्रवाई की जाती है।